केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन बुधवार को भी जारी रहा और किसानों की गुरुवार को ट्रैक्टर रैली निकालने की योजना है. 7 जनवरी के ट्रैक्टर परेड मार्च की तैयारी तेज हो गयी है. दिल्ली की सड़कों पर हजारों ट्रैक्टर उतारे जाएंगे जो कि 26 जनवरी के ट्रैक्टर परेड मार्च का रिहर्सल होगा.किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी पंजाब के प्रांतीय सचिव सर्वण सिंह पंधेर, सविन्द्र सिंह चुताला ने प्रेस वार्ता में कहा कि 7 जनवरी के ट्रैक्टर परेड मार्च की तैयारी कर ली गयी है.
साथ ही उन्होेंने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के दौरे को रद्द करना एक तरह से सरकार की हार है. मोदी सरकार को अभी भी समय रहते समझ जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि 12 जनवरी को पंजाब के अम्रितसर से चौथा विशाल जत्था दिल्ली के लिये रवाना होगा, इस के इलावा 20 जनवरी को तरनतारन से विशाल जत्था दिल्ली को रवाना होगा जो 22 जनवरी को दिल्ली पहुंच जाएगा.
इधर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर से पलवल तक किसानों द्वारा गुरुवार को निकाली जाने वाली ट्रैक्टर यात्रा को देखते हुए आम यात्रियों के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल पर मार्ग परिवर्तन किया गया है. यह जानकारी पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रवक्ता ने दी.भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में यह यात्रा निकाली जाएगी. ट्रैक्टर यात्रा इस्टर्न पेरीफेरल रोड पर गाजियाबाद के दुहाई, डासना व गौतमबुद्ध नगर के बील अकबरपुर, सिरसा होते हुए पलवल जाएगी और फिर वहां से वापस आएगी. पुलिस ने बताया कि इस दौरान गौतमबुद्ध नगर के बील अकबरपुर और सिरसा कट से पलवल की तरफ जाने वाले वाहन दोपहर 12 बजे से दिन के अपराह्न तीन बजे तक पेरीफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे.
इनको डाइवर्ट किया जाएगा. पुलिस ने कहा कि इसी प्रकार सिरसा कट और बील अकबरपुर से सोनीपत की तरफ जाने वाले वाहन दोपहर दो बजे से पांच बजे तक ईस्टर्न पेरीफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे. उन्हें डाइवर्ट किया जाएगा. पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रवक्ता अभिनेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार को संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में निकाली जाने वाली ट्रैक्टर यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए गौतम बुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक कुमार सिंह और अपर पुलिस आयुक्त कानून- व्यवस्था लव कुमार, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे पर पहुंचे. सिंह ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने वहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को कानून- व्यवस्था संबंधी दिशानिर्देश दिए.
(इनपुट भाषा से भी)