Farmer Protest : शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) मंगलवार को गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसान नेता राकेश टिकैट (Rakesh Tikait) से मुलाकात की. वहां पर संजय राउत ने कहा कि हमने पहले दिन से ही कृषि कानूनों का विरोध किया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुझे विशेष तौर पर गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में भेजा है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने किसान नेता राकेश को मेरे द्वारा संदेश भेजा है, शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी हुई है. शिवसेना प्रमुख भी किसान नेता राकेश टिकैत से स्वयं बातचीत करेंगे.
बता दें, किसान आंदोलन में कई पार्टियों के नेता पहुंच चुके हैं. अलग-अलग विपक्षी पार्टियों के नेता गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसान आंदोलन को अपने समर्थन दे रहे हैं. हालही, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, आरएलडी नेता जयंत चौधरी, इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला सहित कई पार्टियों के नेता वहां पहुंचे थे.
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संजय राउत ने वहां कहा, 'आंदोलन सड़क का है और सड़क पर रहेगा. गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों को कुचलने की कोशिश की गई, ऐसे में महाराष्ट्र के लोगों का कर्तव्य बनता है कि राकेश टिकैत के साथ खड़े हों. मुझे लगता है कि देश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि आंदोलन में पहुंचकर किसानों को समर्थन दें. महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में आए किसान गाजीपुर बार्डर में आंदोलन कर रहे हैं. किसान संगठनों द्वारा तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम का जो ऐलान किया गया है. उसका भी शिवसेना पूरी तरह से समर्थन करती है.'
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गौरतलब है कि गाजीपुर किसानों का एक प्रमुख प्रदर्शन स्थल है जहाँ विवादास्पद नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों प्रदर्शनकारी एकत्र हैं. पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन स्थल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और रास्तों पर अवरोधक लगा दिये हैं. प्रदर्शनकारियों की गतिविधि को रोकने के लिए पुलिस की निगरानी में मजदूरों ने सिंघू बॉर्डर पर मुख्य राजमार्ग के किनारे सीमेंट के अवरोधकों की दो कतारों के बीच लोहे की छड़ें लगा दी हैं. दिल्ली-हरियाणा राजमार्ग के एक अन्य हिस्से पर सीमेंट की अस्थायी दीवार बनाने से वह हिस्सा भी आंशिक रूप से बाधित हो गया है.दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर गाजीपुर में वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए बहुस्तरीय अवरोधक लगाए गए हैं. पैदल यात्रियों को मार्ग से दूर रखने के लिए कंटीली तारें लगायी गयी हैं.
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