भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले महीने रूस की यात्रा पर जाएंगे. एस जयशंकर 8 नवंबर को मास्को पहुंचेगें. सूत्रों के अनुसार अपनी इस यात्रा के दौरान वो रूस के समकक्ष से द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम पर भी बात करेंगे. एस जयशंकर रूस के दौरे पर उस समय जा रहे हैं जब रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई परमाणु हथियार के इस्तेमाल के कगार पर है. रूस और यूक्रेन बीते कुछ दिनों से समय-समय पर परमाणु बम के इस्तेमाल को लेकर चेतावनी दे चुके हैं.
यूक्रेन के साथ परमाणु युद्ध के खतरों के बीच रूस ने बुधवार को बैलिस्टिक मिसाइल को लॉन्च किया था. 'क्रेमलिन' ने कहा था कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मास्को के रणनीतिक प्रतिरोध बलों के प्रशिक्षण का निरीक्षण किया, जो परमाणु युद्ध के खतरों का जवाब देने के लिए तैनात रहता है. सरकारी टेलीविजन पर पुतिन को नियंत्रण कक्ष से अभ्यास की निगरानी करते हुए दिखाया गया था. वहीं 'क्रेमलिन' के बयान में कहा गया था कि अभ्यास में टीयू-95 लंबी दूरी के विमान भी शामिल किए गए थे.
इधर रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच बुधवार को फोन पर बातचीत हुई थी. इस दौरान राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगु से कहा कि यूक्रेन युद्ध में किसी भी पक्ष द्वारा परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि "परमाणु या रेडियोलॉजिकल हथियारों के उपयोग की संभावना मानवता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है." सिंह ने शोइगु से कहा, बातचीत और कूटनीति के माध्यम से युद्ध को तुरंत रोका जाए.