भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए रॉ के पूर्व प्रमुख और शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी

भारतीय खुफिया ब्यूरो के पूर्व विशेष निदेशक और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व सचिव अमरजीत सिंह दुलत राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. सीलमपुर में राहुल गांधी के साथ शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी आज यात्रा में शामिल हुईं. 

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भारतीय खुफिया ब्यूरो के पूर्व विशेष निदेशक और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व सचिव अमरजीत सिंह दुलत राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए. सीलमपुर में राहुल गांधी के साथ शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी आज यात्रा में शामिल हुईं. 

मायावती और अखिलेश यादव जैसे नेताओं ने सोमवार को भारत जोड़ो यात्रा के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दीं। लेकिन वे उत्तर प्रदेश में यात्रा में शामिल नहीं होंगे. सुत्रों ने यह जानकारी दी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा 9 दिनों के क्रिसमस और नए साल के अवकाश के बाद आज उत्तर प्रदेश में प्रवेश कर गई. यात्रा आज सुबह करीब 10 बजे कश्मीरी गेट के पास दिल्ली के मरघट हनुमान मंदिर से फिर शुरू हुई.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सुबह दिल्ली के मरघट हनुमान मंदिर में दर्शन किए. मंदिर के महंत वैभव शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी ने मन ही मन मंत्रोच्चारण किया और हनुमान जी की मूर्ति के सामने माथा टेका.

शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी मंगलवार को राहुल गांधी द्वारा उन्हें निमंत्रण भेजे जाने के बाद भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं. उन्होंने कहा, 'समय आ गया है कि विपक्ष एकजुट होकर देश के मौजूदा हालात का मुकाबला करे'.

भारत जोड़ो यात्रा ने दिल्ली से लोनी होते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया. यात्रा के स्वागत के लिए रास्ते में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी यात्रा के पूरे यूपी चरण में राहुल गांधी के साथ रहेंगी. आज की दिल्ली यात्रा में कांग्रेस नेता अलका लांबा, प्रवक्ता शमा मोहम्मद और सांसद जोथिमनी को देखा गया.

शमा मोहम्मद ने एएनआई से कहा, "कांग्रेस ने विपक्ष के नेताओं को निमंत्रण भेजा है. कुछ लोग नहीं आ सके. लेकिन उन्होंने अपनी इच्छा जताई है. यह एक सकारात्मक संदेश है." अलका लांबा ने एएनआई से कहा, "हम दिल्ली सरकार और केंद्र की बीजेपी सरकार से पूछना चाहते हैं. महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या किया गया है? 2012 से एक दशक बीत चुका है. फिर भी कंझावला जैसी घटनाएं हुईं.

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