फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) के नेतृत्व वाले पीपुल्स अलायंस फॉर गुप्कर डिक्लेरेशन (गुपकर गठबंधन) के नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के स्थानीय निकाय चुनावों में लोगों के फैसले की सराहना की है और कहा है कि जनता ने राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने और विशेष राज्य के दर्जे को खत्म करने की केंद्र सरकार के कदम के खिलाफ अपनी राय दी है. हालांकि मतों की गिनती अभी जारी है, लेकिन ताजा रुझानों में जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बहाल करने के लिए बने सात दलों के गठबंधन को फायदा होता दिख रहा है.
ताजा रुझानों और नतीजों के मुताबिक गुपकर गठबंधन कश्मीर में 79 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस 10 और बीजेपी तीन सीट पर आगे है. जम्मू क्षेत्र में बीजेपी 69 पर और गुपकर 35 सीटों पर जबकि कांग्रेस 16 सीटों पर आगे है. बीजेपी और उसके गठबंधन दल जम्मू क्षेत्र के 16 जिलों में डीडीसी चुनावों में आगे है जबकि गुपकर गठबंधन और कांग्रेस मात्र चार जिलों में बढ़त बनाए हुए है. गुपकर गठबंधन कश्मीर के नौ जिलों में जबकि जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी एक जिले में आगे चल रही है.
J&K डीडीसी चुनाव: गुपकर को 100 से अधिक सीटें, BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चुनाव नतीजों और रुझानों के ट्रेंड पर कहा कि बीजेपी ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया था लेकिन जनता ने उन्हें जवाब दे दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, "जम्मू-कश्मीर में डीडीसी चुनावों में जो रुझान सामने आए हैं, वह @JKPAGD के लिए बहुत उत्साहजनक हैं. बीजेपी ने इस चुनाव को आर्टिकल 370 और जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति के बारे में एक प्रतिष्ठा का मुद्दा बना दिया था. लोगों ने अपना फैसला सुना दिया है और यह उन लोगों के लिए है जो लोकतंत्र में भरोसे की बात करते हैं, उन्हें इन आवाजों पर ध्यान देना चाहिए. ”
अपने दूसरे ट्वीट में अब्दुल्ला ने लिखा है, "गुपकर गठबंधन @JKPAGD में हम सभी इस महत्वपूर्ण मोड़ पर जम्मू-कश्मीर के लोगों से प्राप्त जनसमर्थन के ऋणी और आभारी हैं. हम अपने अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखने के लिए सभी लोकतांत्रिक और कानूनी हथियारों का उपयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं."