असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई (Assam Former Chief Minister Tarun Gogoi) की हालत नाजुक है, उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया है. तीन बार राज्य के सीएम रहे गोगोई कोरोना से उबरने के बाद गंभीर रूप से बीमार हो गए थे. 86 साल के गोगोई की हालत शनिवार को बिगड़ गई और वेंटीलेटर (Ventilator) पर रखा गया. हालांकि गोगोई के बीच-बीच में आंखें खोलने और हाथ-पैर में हलचल को डॉक्टर सकारात्मक संकेत मान रहे हैं.
उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (GMCH) में भर्ती कराया गया था. तरुण गोगोई (Tarun Gogoi) को अगस्त में कोरोना (Covid-19) हुआ था और दो माह में वह पूरी तरह स्वस्थ हो गए थे. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री को कोरोना के बाद होने वाली जटिलताओं ने घेर लिया. असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने कहा कि शनिवार को गोगोई को सांस लेने में दिक्कत महसूस हुई और वह पूरी तरह अचेतन अवस्था में चले गए. उनके कई महत्वपूर्ण अंगों ने काम करना बंद कर दिया. उन्होंने कहा, ‘दवाओं और अन्य साधनों से उनके अंगों में सक्रियता लाने के प्रयास जारी है. डॉक्टर डायलिसिस का भी प्रयास करेंगे. अगले 48-72 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं और हम हरसंभव कोशिश कर रहे हैं.'
हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट डॉ. अभिजीत सरमा ने कहा, तरुण गोगोई (Tarun Gogoi) अभी अर्ध चेतन अवस्था में हैं और उनकी सेहत अभी भी नाजुक बनी हुई है. हालांकि उनकी नब्ज और रक्तचाप अभी स्थिर है. कभी कभार वह आंखें खोलते हैं या हाथों में हरकत होती है, लेकिन उन्हें बहुत कम पेशाब हो रही. उनके स्वास्थ्य मानकों में बहुत कम सुधार दिखाई दे रहा है.
डॉ. सरमा ने कहा कि जीएमसीएच के डॉक्टर दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने गोगोई को इस हालत में राज्य के बाहर ले जाने की किसी भी संभावना से इनकार किया है. तीन बार मुख्यमंत्री रहे गोगोई को कोरोना वायरस से स्वस्थ होने के बाद 25 अक्टूबर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. गोगोई 25 अगस्त को कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे. अगले दिन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह दो महीने तक अस्पताल में रहे थे. पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे और सांसद गौरव गोगोई अस्पताल में उनके साथ हैं.