"सब कुछ बिलकुल ठीक है" : कांग्रेस विधायकों की नाराजगी को लेकर बोले CM चंपाई सोरेन

झारखंड में हालिया मंत्रिमंडल गठन को लेकर कांग्रेस विधायकों के एक वर्ग के असंतुष्ट होने की खबरें हैं. सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है, हमारा गठबंधन मजबूत है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है, वे इसे सुलझा लेंगे. (फाइल)
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • गठबंधन मजबूत, झारखंड में सरकार को कोई खतरा नहीं : CM चंपाई सोरेन
  • कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिले CM चंपाई सोरेन
  • कांग्रेस के कम से कम 12 विधायकों की विधानसभा सत्र के बहिष्कार की धमकी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली :

कांग्रेस (Congress) के चार विधायकों को मंत्री के रूप में शामिल करने पर पार्टी विधायकों के एक वर्ग में नाराजगी की खबरों के बीच झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (Champai Soren) ने रविवार को कहा कि प्रदेश में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन “मजबूत” है और राज्य में गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) से नई दिल्ली में मुलाकात से पहले सोरेन ने यह टिप्पणी की. खरगे से मुलाकात के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष से यह शिष्टाचार मुलाकात थी. 

हालिया मंत्रिमंडल गठन को लेकर कांग्रेस विधायकों के एक वर्ग के असंतुष्ट होने पर सोरेन ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है. 

इससे पहले सुबह सोरेन ने कहा, “(यह) कोई मुद्दा ही नहीं है, हमारा गठबंधन मजबूत है.”

असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों के दिल्ली में होने के बारे पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा था, “यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है, वे इसे सुलझा लेंगे. मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है. झामुमो और कांग्रेस के बीच कोई विवाद नहीं है और सब कुछ बिलकुल ठीक है.”

Advertisement

विधानसभा सत्र के बहिष्‍कार की धमकी 

कांग्रेस के कम से कम 12 विधायकों ने 23 फरवरी से शुरू हो रहे आगामी राज्य विधानसभा सत्र का बहिष्कार करने और मंत्रियों को नहीं बदलने पर जयपुर जाने की धमकी दी है.

Advertisement

झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास 81-सदस्यीय विधानसभा में 47 विधायक (झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का एक) हैं.

Advertisement

कांग्रेस के फैसले से नाखुश विधायक 

आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख को फिर से मंत्री पद देने के कांग्रेस के फैसले से नाखुश विधायक पहले रांची के एक होटल में एकत्र हुए. उन्हें मनाने के लिए झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के सबसे छोटे बेटे और मंत्री बसंत सोरेन पहुंचे.

Advertisement

विधायकों के साथ बैठक के बाद बसंत सोरेन ने कहा, “कोई भ्रम नहीं है...हम सभी एकजुट हैं.”

ये भी पढ़ें :

* 'सम्मान को ठेस पहुंची है, चुप नहीं बैठेंगे' : मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर असंतुष्ट JMM विधायक
* झारखंड कांग्रेस के 8 विधायक पहुंचे दिल्ली, 4 मंत्रियों को हटाने की कर रहे हैं मांग
* "इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता" : कांग्रेस के 12 विधायकों की CM सोरेन को 'चेतावनी', झारखंड में फिर शुरू हुआ 'खेला'!

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Rahul Gandhi On Voter List: राहुल गांधी ने Election Commission लगाए ये आरोप | Fake Voters
Topics mentioned in this article