वायुसेना के एक चिनूक हेलीकॉप्टर (chinook helicopter) को रविवार को पंजाब के बरनाला के पास "तकनीकी खराबी" के बाद इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि हेलीकॉप्टर अपने नियमित उड़ान पर था. उसी समय तकनीकी खराबी का पता चला. एक खुले मैदान में उसे उतरा गया, चालक दल और हेलीकॉप्टर सुरक्षित हैं. एक रिकवरी टीम साइट पर पहुंच गई है. "तकनीकी खराबी" के पीछे के कारणों का अभी पता नहीं चला है. भारतीय वायुसेना की तरफ से इसकी जांच की जाएगी.
बोइंग के भारत प्रमुख, सलिल हप्ते ने कहा कि भारतीय वायु सेना द्वारा संचालित चिनूक में कोई समस्या नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि "भारतीय बलों द्वारा संचालित हेलीकॉप्टर पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. गौरतलब है कि चिनूक हेलीकॉप्टरों में कई बार आग लगने की घटनाओं के बा्द अमेरिकी सेना ने अपने बेड़े से चिनूक हेलिकॉप्टर को हटा दिया है.
भारत के पास करीब 15 सीएच-47 चिनूक हेलीकॉप्टर हैं
भारत के पास करीब 15 सीएच-47 चिनूक हेलीकॉप्टर हैं. पिछले कुछ सालों में लद्दाख और सियाचिन ग्लेशियरों जैसे स्थानों में तैनात भारतीय बलों को एयरलिफ्ट जैसे मिशनों में मदद के तौर पर काम आते रहे हैं.भारत को फरवरी 2019 में चिनूक हेलीकॉप्टरों का पहला बैच मिला. बोइंग ने 2020 में भारतीय वायु सेना को 15 चिनूक हेलीकॉप्टरों की डिलीवरी पूरी की थी.
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