Lok Sabha Election Results 2024 : पीएम मोदी ने नई सरकार के गठन के लिए इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति ने भी पीएम मोदी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. देश के लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. चुनाव नतीजों में एनडीए ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया. वहीं इंडिया गठबंधन ने भी 200 से ज्यादा सीटें हासिल कीं. अब नई सरकार के गठन की कवायद तेज हो गई है. दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है. इसी सिलसिले में तमाम दल और कई पार्टियों के नेता एक्शन में आ चुके हैं. वहीं दिल्ली में एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे. बैठक में बीजेपी नेता अमित शाह भी मौजूद रहेंगे.
बुधवार को दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में अब आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. साथ ही मंत्रिमंडल के गठन पर भी चर्चा संभव है. वहीं शाम में इंडिया गठबंधन की भी बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. इंडिया गठबंधन ये बैठक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के आवास पर होगी. दरअसल इंडिया गठबंधन भी हर जोड़-तोड़ में लगा है, ताकि वो अपनी सरकार बनाने की हर संभावना पर विचार कर सके, लेकिन एनडीए गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला हुआ है. ऐसे में इंडिया गठबंधन के सामने ज्यादा विकल्प मौजूद नहीं है.
NDA BJP Meeting Highlights
'INDIA' गठबंधन के नेताओं की बैठक
दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर 'INDIA' गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई. खरगे ने कहा, 'हम यहां से यह भी संदेश देते हैं कि ‘इंडिया’ गठबंधन उन सभी राजनीतिक दलों का स्वागत करता है, जो भारत के संविधान की प्रस्तावना में अटूट विश्वास रखते है और इसके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं.
NDA का हिस्सा होने के बारे में पूछे जाने पर TDP प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि अगर हम NDA का हिस्सा नहीं हैं तो हम चुनाव कैसे लड़ सकते हैं? हमने यह सामूहिक रूप से लड़ा. बैठक अच्छी रही.
एनडीए के नेताओं ने PM मोदी को सौंपा समर्थन पत्र
एनडीए की बैठक में मौजूद सभी दलों के नेताओं ने जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए उनके नेतृत्व में आस्था भी व्यक्त की. NDA के सहयोगी दलों ने PM मोदी को समर्थन पत्र सौंप दिया है.
एनडीए की बैठक में शामिल हए राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह NDA के घटक दलों की बैठक के समापन के बाद दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास 7, लोक कल्याण मार्ग से रवाना हुए.
17वीं लोकसभा भंग...
मंत्रिमंडल ने आज की बैठक में राष्ट्रपति को 17वीं लोकसभा को तत्काल प्रभाव से भंग करने की सलाह दी है. राष्ट्रपति ने मंत्रिमंडल की सलाह स्वीकार कर ली है और 17वीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए.
निश्चित सरकार बनेगी: मनोहर लाल खट्टर
करनाल लोकसभा सीट से भाजपा के विजयी उम्मीदवार मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "निश्चित सरकार बनेगी, कोई डर नहीं है.
"INDIA गठबंधन का साथ जनता ने दिया"
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से विजयी उम्मीदवार अखिलेश यादव दिल्ली के लिए रवाना हुए. उन्होंने कहा कि PDA की रणनीति और INDIA गठबंधन का साथ जनता ने दिया है. आगे की रणनीति के लिए जा रहे हैं, बातचीत होगी. उसी हिसाब से रणनीति होगी.
दिल्ली पहुंचे जीतन राम मांझी
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(सेक्युलर) के प्रमुख जीतन राम मांझी NDA की बैठक के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे हैं.
एकनाथ शिंदे ने दिल्ली पहुंचने पर बोलीं ये बात
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे दिल्ली पहुंच चुके हैं. दिल्ली पहुंचने के बाद महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा, "नरेंद्र मोदी जी को पीएम बनाने के लिए जितने सांसद की जरूरत है उतने हैं और बल्कि उससे ज्यादा संख्या ही हैं. मोदी जी की अगुवाई में NDA की सरकार बनेगी. मैं उनको समर्थन और शुभकामनाएं देने आया हूं. वहीं जिनके पास ना तो आंकड़े हैं और ना ही बहुमत, वो सरकार बनाने की बात करते हैं ये मुंगेरी लाल के हसीन सपने हैं..."
महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन की फडणवीस ने ली जिम्मेदारी
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मैं महाराष्ट्र में ऐसे नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं. मैं पार्टी का नेतृत्व कर रहा था. मैं भाजपा आलाकमान से अनुरोध करता हूं कि मुझे सरकार की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाए ताकि मैं आगामी चुनावों में पार्टी के लिए और कड़ी मेहनत कर सकूं."
स्मृति ईरानी को फिर मिल सकता है मंत्री पद
सूत्रों के मुताबिक जीते हुए सभी मंत्री फिर से मंत्री बनाए जाएंगे, हारे हुए नेताओं में स्मृति ईरानी को फिर से मंत्री बनाया जा सकता है. अपवाद स्वरूप कुछ मंत्री ड्राप किए का सकते हैं. गृह मंत्री अमित शाह फिर से मंत्री बनेंगे.
राजनाथ सिंह, नितिन गड़करी, एस जयशंकर, पीयूष गोयल, गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेन्द्र यादव, स्मृति ईरानी, जैसे नेता फिर से मंत्री बनाये जाएंगे.
पीएम मोदी ने दिया इस्तीफा
नई सरकार के गठन के लिए पीएम मोदी ने इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति ने भी पीएम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. 8 जून को एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण समारोह संभव है. राष्ट्रपति ने पीएम मोदी और मंत्रिपरिषद से नई सरकार के काम संभालने तक काम करते रहने को कहा.
राष्ट्रपति भवन पहुंचे पीएम मोदी
कैबिनेट की बैठक में 17वीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई. अब पीएम मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे हैं.
INDIA ब्लॉक मीटिंग पर कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा, "हम आज INDIA गठबंधन की बैठक कर रहे हैं वहां हम निर्णय लेंगे."
जनता यूनाइटेड दल के नेता विजय चौधरी ने कहा, "... हम NDA में हैं और एनडीए में ही रहेंगे हम साथ मिलकर लड़े हैं और आगे भी साथ मिल कर चलें है... राजनीति में तो ये सब चलते रहता है लेकिन पार्टी का फैसला यही है, हमारा नेतृत्व फैसला लेगा. हमारे नीतीश कुमार मंत्रीमंडल का फैसला लेंगे."
इंडिया गठबंधन की बैठक में तय होगा संयोजक का नाम
सूत्रों के अनुसार आज होने वाली INDIA गठबंधन की बैठक में संयोजक का नाम तय हो सकता है. लोकसभा चुनाव से पहले भी इंडिया की बैठक में संयोजक बनाने की कोशिशें हुई थीं, लेकिन आम सहमति नहीं बनने के कारण वह पद खाली रह गया था. लेकिन अब नतीजे के बाद आज की बैठक में संयोजक के नाम की घोषणा हो सकती है.
8 जून को एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण समारोह संभव
8 जून को एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होने की संभावना है. 7 जून को संसदीय दल की बैठक होगी. जिसमें पीएम मोदी संसदीय दल के नेता चुने जाएंगे.
हम एनडीए के साथ खड़े हैं : जेडीयू नेता केसी त्यागी
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि हमारी सरकार को समर्थन देने की कोई शर्त नहीं है. हमारा समर्थन अनकंडीशनल है, लेकिन बिहार में जो बेरोजगारी है गरीबी है वह तब तक खत्म नहीं होगी जब तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जाता है. मनमोहन सरकार के कार्यकाल के समय से ही हम लगातार बिहार को विशेष राज्य की दर्जा देने की मांग करते रहे हैं. एनडीए की सरकार बनाने में जिस तरह का समर्थन बिहार का है हमें उम्मीद है की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए पहल होगी. जो स्पैक्यूलेशन चल रहे हैं दिल्ली में इसे हम सीरियस से खारिज करते हैं...आज के दिन हम एनडीए के साथ खड़े हैं
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले : तेजस्वी यादव
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि बिहार को विशेष दर्जा मिले, जो होगा देखा जाएगा.
दिल्ली-NCR में BJP को 10/10 पर, टेंशन भी देंगी ये 4 बातें
दिल्ली में इस बार बीजेपी का वोट शेयर 54.4 % रहा है, 2019 से 2.3 पर्सेंट कम है. आप और कांग्रेस का मिलकर 43.1 पर्सेंट वोट शेयर रहा. बीजेपी की दिल्ली में सबसे बड़ी जीत नॉर्थ वेस्ट सीट पर रही. यहां योगेंद्र चंदौलिया ने कांग्रेस के उदित राज को 2.9 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. लेकिन कुछ सीटों पर दिल्ली में बीजेपी का जीत का अंतर 1 लाख से भी कम वोटों का रहा है, जो चिंता का विषय है. दरअसल, इन सीटों पर अगर थोड़ा बहुत भी वोटों का अंतर होता है, तो स्थिति पलट सकती है.
भगवान जगन्नाथ ने BJP का करा दिया बेड़ा पार
बीजेपी लिए लोकसभा चुनाव 2024 कई मायनों में बेहद खास रहा. कई राज्यों में बीजेपी के लिए नई राहें खुली हैं. बीजेपी को सबसे ज्यादा ओडिशा में फायदा हुआ है, जहां लोकसभा और विधानसभा दोनों में पार्टी की बंपर जीत हुई है. अगर कहें कि भगवान जगन्नाथ ने इन लोकसभा चुनाव में बीजेपी का बेड़ा पार लगाने में अहम भूमिका निभाई, तो अतिशयोक्ति नहीं होगा. ओडिशा में कुल 21 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी ने 20 पर जीत दर्ज की है. सिर्फ 1 सीट कांग्रेस के हाथ लगी है. वहीं, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल का सूपड़ा ही साफ हो गया है. बीजेडी को लोकसभा की एक भी सीट नहीं मिली. शायद यही वजह रही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव की मतगणना के बाद भाजपा मुख्यालय में दिये भाषण की शुरुआत 'जय जगन्नाथ' से की.
नीतीश कुमार एनडीए की बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे
बिहार सीएम नीतीश कुमार एनडीए की बैठक में शिरकत के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. जहां उन्होंने एयरपोर्ट से निकलते हुए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.
NDA संसदीय दल की बैठक 7 जून को
NDA संसदीय दल की बैठक 7 जून 2024 को संसद के सेंट्रल हॉल में दोपहर 2 बजे होगी. इस दौरान भाजपा के सभी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री उपस्थित रहेंगे.
मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई
मोदी कैबिनेट की बैठक खत्म हो चुकी है. जिसके बाद अब मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई है.
मोदी कैबिनेट ने 17वीं लोकसभा को भंग करने का प्रस्ताव पारित किया
आज मोदी कैबिनेट की आखिरी बैठक हुई. अब ये बैठक खत्म हो चुकी है. इस बैठक में मोदी कैबिनेट ने 17वीं लोकसभा को भंग करने का प्रस्ताव पारित किया.
महाराष्ट्र् में क्या मराठा आरक्षण का मुद्दा हार का कारण बना? अशोक चव्हाण ने दिया ये जवाब
बीजेपी नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हार का कारण कोई एक क्षेत्र या कोई एक मुद्दा नहीं और रही बात मराठा आरक्षण की तो देवेंद्र फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मिलकर बेहतर काम किया. हां यह हो सकता है कि हम अपनी बात लोगों तक नहीं पहुंचा पाए.
नीतीश के साथ को लेकर आश्वस्त अशोक चव्हाण
भारतीय जनता पार्टी के नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हमें गठबंधन में सभी नेताओं पर भरोसा और हम सब एक साथ है.
इंडिया गठबंधन के पास सरकार बनाने का आंकड़ा नहीं : बीजेपी नेता अशोक चह्वाण
बीजेपी नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि सरकार बनाने के लिए जो आंकड़ा चाहिए होता है वह इंडिया गठबंधन के पास नहीं यह पहले ही साफ हो चुका है. दावे कोई भी पेश कर सकता है लेकिन सरकार बनाने के लिए हमारे सभी दलों को मिलाकर बहुमत का आंकड़ा पूरा हो रहा है और हमारे सभी दलों को मिलाकर बहुमत का आंकड़ा पूरा हो रहा है.
टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू एनडीए बैठक के लिए दिल्ली रवाना
नई सरकार के गठन को लेकर एनडीए की बैठक होने जा रही है, इस बैठक में शामिल होने के लिए टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू दिल्ली रवाना हो चुके हैं.
चंडीगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार मनीष तिवारी ने जीत हासिल की. अब उन्होंने कहा, "ये भाजपा और उनके शीर्ष नेतृत्व उस पर एक अविश्वास प्रस्ताव है... जिस तरह का प्रचार किया गया था कि अबकी बार 400 पार वो और जो वास्तविकता सामने निकल कर आई है उसमें जमीन आसमान का फर्क है. जो जमीन के मुद्दे थे बेरोजगारी महंगाई गरीब अमीर में बढ़ती हुई असमानता है, संविधान को लेकर जो लोगों की चिंताएं हैं वो सब इस चुनाव में जमीनी स्तर पर दिखी."
दिल्ली में कैबिनेट की बैठक शुरू
लोकसभा चुनाव परिणाम आने बाद केंद्र में नई सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं. वहीं दिल्ली में मोदी कैबिनेट की आखिरी बैठक शुरू हो चुकी है.
शरद पवार और सुप्रिया सुले भी दिल्ली में
प्रमुख शरद पवार और पार्टी सांसद और बारामती से विजयी उम्मीदवार सुप्रिया सुले आज होने वाली INDIA गठबंधन बैठक के लिए मुंबई से दिल्ली पहुंच चुके हैं.
टीडीपी की तरफ से की जा सकती है ये मांग
सूत्रों के मुताबिक जो खबर आ रही है उस हिसाब से टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबु नायडू लोकसभा अध्यक्ष और तीन सांसदों पर एक मंत्री पद की मांग कर सकते हैं.
उद्धव ठाकरे नहीं आ रहे दिल्ली
इंडिया गठबंधन की आज दिल्ली में बैठक होने जा रही है. इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए उद्धव ठाकरे दिल्ली नहीं आ रहे हैं. UBT गुट की तरफ से संजय राउत और सांसद अरविंद सावंत शामिल होंगे.
एक ही फ्लाइट से दिल्ली पहुंच रहे हैं तेजस्वी और नीतीश
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पटना से एक ही फ्लाइट में साथ दिल्ली आ रहे हैं. राजनीति संकेतों और संभावनाओं पर आधारित होती, इस खबर के सामने आते ही अब तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही है.
'मैं एनडीए में हूं': दिल्ली रवाना होने से पहले टीडीपी प्रमुख
टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैं एनडीए में हूं और बैठक के लिए दिल्ली जा रहा हूं.
एनडीए बैठक के लिए दिल्ली रवाना होने से पहले टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने क्या कहा
टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा, " आज मैं दिल्ली जा रहा हूं. चुनाव संपन्न होने के बाद दिल्ली जाने से पहले यह मेरी पहली प्रेस वार्ता है. मैं मतदाताओं के समर्थन से बहुत खुश हूं. राजनीति में उतार-चढ़ाव आम बात है. इतिहास में कई राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को बाहर कर दिया गया है. यह एक ऐतिहासिक चुनाव है. यहां तक कि विदेशों से भी मतदाता अपने वोट का प्रयोग करने के लिए अपने गृहनगर लौट आए हैं.”
राजनीति में पहले भी हारी बाजी पलटते रहे हैं नीतीश
नीतीश कुमार के राजनीतिक जीवन मे हार-जीत का दौर चलता रहा है. कई बार जब लोग उन्हें चूका हुआ मान लेते हैं तो वो फिर से उठकर खड़े हो जाते हैं. 1974 में JP आंदोलन से राजनीति में एंट्री करने वाले नीतीश 1985 में पहली बार विधायक बन पाए थे. इससे पहले उन्हें लगातार हार का सामना करना पड़ा था. 1991 में एक बार फिर लोकसभा चुनाव हारने के बाद नीतीश की राजनीति पर प्रश्नचिन्ह खड़े हो गए थे, लेकिन 1995 आते-आते समता पार्टी बनाकर नीतीश कुमार फिर खड़े हो गए.
2004 की लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री रहते हुए नीतीश बाढ़ लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे, साथ ही NDA की भी बिहार में करारी हार हुई थी. लगभग 1 साल बाद ही हुए विधानसभा चुनाव में अच्छी खासी सीट जीत कर उन्होंने वापसी कर ली. 2014 के लोकसभा चुनाव में महज 2 सीट पर सिमटने के बाद नीतीश युग के खत्म की बात हुई. लेकिन 1 साल बाद ही नीतीश कुमार ने बाजी पलट दी, एक बार फिर 4 सीट कम जीतने के बावजूद नीतीश कुमार ने 5 साल की राजनीति जीत ली है.
अलोकप्रिय होते नीतीश को ही नेता मानना BJP की होगी मजबूरी
नीतीश कुमार की लोकप्रियता बतौर मुख्यमंत्री बिहार में तेजी से कम हुई है, लेकिन परिस्थितियों के अनुसार उन्हें ही नेता मानना BJP के लिए मजबूरी है. क्योंकि इस चुनाव ने नीतीश के केंद्र की चाभी दे दी है. राजद के पास नीतीश कुमार की वापसी की कम संभावना है लेकिन अगर वो जाते हैं तो वहां भी नीतीश कुमार को ही नेता मानने की मजबूरी राजद के पास भी होगी. किसी दूसरे विकल्प पर तब ही समझौता हो सकता है जब वो विकल्प नीतीश कुमार के लिए PM का पद हो, जो विपक्षी गठबंधन की तरफ से मुश्किल दिखता है.
राजद के लिए कठिन हुआ डगर
बिहार और दिल्ली की मीडिया में तेजस्वी की लोकप्रियता की काफी चर्चा थी. चर्चा का प्रमुख कारण 2020 के चुनाव में राजद की अच्छी सफलता थी. हालांकि राजद ने उस चुनाव में अधिकतर उन सीटों पर चुनाव जीता था जहां उसका मुकाबला जदयू से था, क्योंकि जदयू की सीटों पर BJP का डमी कैंडिडेट लोजपा की टिकट पर खड़ा था. लोजपा को लोकसभा चुनाव में कंट्रोल कर नीतीश कुमार ने भविष्य में राजद की राह को कठिन कर दिया है, दूसरी तरफ पप्पू यादव प्रकरण के बाद राजद को लेकर कांग्रेस भी बिहार में बहुत अधिक सहज नहीं है,चुनाव में भी राजद को बहुत सीटे नहीं मिली है. ऐसे में राजनीतिक वापसी के लिए लालू परिवार को अगले लम्बे समय तक नीतीश की राह ही देखनी पड़ेगी.
चिराग भी नीतीश की जद में
बिहार में जीतन राम मांझी और चिराग पासवान की पार्टी का स्ट्राइक रेट 100% का रहा. चिराग पासवान के सभी 5 उम्मीदवार चुनाव जीतने में सफल रहे, लेकिन चिराग पासवान के साथ खेल टिकट बंटवारे के समय ही हो गया. चाचा पारस से हिसाब किताब करने के चक्कर मे चिराग ने नीतीश कुमार के करीबियों को टिकट दे दिया. नीतीश कुमार के बेहद करीबी अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी को समस्तीपुर से मैदान में उतारा गया, समस्तीपुर की बगल की ही सीट से जदयू के MLC दिनेश सिंह की पत्नी को टिकट दिया गया. खगड़िया से भागलपुर के उद्योगपति राजेश को उम्मीदवार बनाया गया.
चिराग के 5 में से 3 सांसद नीतीश कुमार के करीबी हैं. चिराग अगर 2020 वाला कोई खेल आगे करने की इच्छा भी रखते होंगे तो उन्हें पार्टी में भारी विरोध का सामना करना पड़ सकता है. खासकर अशोक चौधरी की बेटी शाम्भवी को नजरअंदाज करना चिराग के लिए मुश्किल होगा. अशोक चौधरी पासी समाज के बिहार में सबसे बड़े नेता हैं, पासी समाज पासवान के बराबर की जाति रही है. अशोक चौधरी का एक वोट आधार भी रहा है, उनके पिता भी कांग्रेस के कद्दावर नेता रह चुके थे. ऐसे में अशोक चौधरी जैसे रणनीतिकार से पार पाना चिराग के लिए मुश्किल होगा.
चुनाव परिणाम ने BJP को उलझाया
BJP के लिए केंद्र की राजनीति बेहद महत्वपूर्ण है. केंद्र सरकार की मजबूती के लिए नीतीश कुमार के 12 सांसद बेहद महत्वपूर्ण हैं. भाजपा को अब इसके बदले में बिहार में अपने मुख्यमंत्री की इच्छा को कुर्बानी देनी होगी. अगर नीतीश कुमार को बिहार में डिस्टर्ब करने की कोशिश हुई तो नीतीश केंद्र की राजनीति में खेल कर सकते हैं. पहले नीतीश कुमार के पास 16 सांसद थे लेकिन उनकी ताकत वो नहीं थी जो अब उनके 12 सांसदों की हो गयी है. इस चुनाव परिणाम ने BJP को बिहार की राजनीति में 2009-2010 के हालत में ला खड़ा कर दिया है. जहां से बिहार BJP की स्वायत्तता एक बार फिर से खतरे में होगी, नीतीश का दवाब फिर से BJP पर बहुत अधिक बढ़ सकता है.
4 सीट हारकर भी 5 साल की राजनीति जीत गए नीतीश कुमार
राजनीति परिस्थितियों का गुलाम होता है, कब आपका सस्ता शेयर भी बड़ा मुनाफा देकर जाए इसकी भनक पोलिटिकल पंडितों को भी नहीं होती है. लोकसभा चुनाव के मतदान तक जिस नीतीश कुमार को लोग चूका हुआ मान रहे थे उन्होंने बाजी पलट दी है. राजनीतिक हालात ऐसे बने हैं कि नीतीश कुमार राजनीतिक तौर पर अगले 5 साल के लिए प्रासंगिक हो गए हैं. 2 महीने पहले तक इस बात की चर्चा हर तरफ थी कि लोकसभा चुनाव के बाद क्या BJP नीतीश कुमार को कंटिन्यू करेगी? वर्तमान राजनीतिक समीकरण ने जवाब दे दिया है.
सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद क्या बोले चिराग पासवान?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद LJP (रामविलास) प्रमुख और सांसद चिराग पासवान ने कहा, "... मुख्यमंत्री ने हमारे गठबंधन को मजबूती देने का काम किया है और NDA का बिहार में जो प्रदर्शन रहा है उसका बड़ा श्रेय जहां एक तरफ पीएम मोदी को जाता है तो वहीं इसका श्रेय मेरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को भी जाता है. आज मैं और मेरी पार्टी के सभी सांसदों ने उनसे मिलकर उनका धन्यवाद किया, उनको बधाई दी और उनका आशीर्वाद लेने आए थे. मुख्यमंत्री जी ने भी दिल खोल कर बधाई और आशीर्वाद दिया. आगे सरकार बनाने के लिए हम सब लोग आज दिल्ली जा रहे हैं."
एनडीए की बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह आज एनडीए की बैठक के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा, "NDA को बहुमत मिल गया है...हमारे गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है सभी वचनबद्ध है."
चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे
बिहार: LJP (रामविलास) प्रमुख और हाजीपुर लोकसभा सीट से विजयी उम्मीदवार चिराग पासवान अन्य LJP (रामविलास) सांसदों के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी दिल्ली पहुंचे
केंद्रीय मंत्री और नागपुर से बीजेपी सांसद नितिन गडकरी आज एनडीए की बैठक के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा, "लोगों ने मुझ पर तीसरी बार भरोसा किया है और तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है, मैं इसका उपयोग देश के विकास के लिए करूंगा..."
टीडीपी, जेडीयू और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने क्रमश: 16, 12, सात और पांच सीट जीती हैं. ऐसे में ये दल नई सरकार के गठन में खास भूमिका निभा सकते हैं.
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन एनडीए की बैठक से पहले दिल्ली पहुंचे
केंद्रीय मंत्री और अट्टिंगल से भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार वी मुरलीधरन आज होने वाली एनडीए की बैठक से पहले दिल्ली पहुंच चुके हैं.
तमिलनाडु सीएम दिल्ली रवाना, इंडिया गठबंधन की बैठक में लेंगे हिस्सा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन आज होने वाली INDIA गठबंधन बैठक में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली रवाना हो चुके हैं.
दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचे
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे दिल्ली हवाईअड्डे पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा, "बैठक के लिए हमें बुलाया गया है इसलिए हम यहां आए हैं... जीत का श्रेय पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को देता हूं."
इंडिया गठबंधन का ग्रामीण इलाकों में दबदबा
‘इंडिया’ गठबंधन ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया और ग्रामीण क्षेत्रों में उसे अच्छी-खासी संख्या में वोट मिले हैं.
एनडीए का महानगरों में जोरदार प्रदर्शन
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने लोकसभा चुनाव में महानगरों में जोरदार प्रदर्शन किया और इसने दिल्ली, बेंगलुरु तथा पुणे जैसे शहरी क्षेत्रों में अच्छी बढ़त हासिल की है.
इंडिया गठबंधन भी बुधवार को बैठक
एक तरफ जहां चुनावों में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिला है. वहीं इंडिया गठबंधन भी अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नजर आ रहा है. ऐसे में इंडिया गठबंधन भी सरकार बनाने की हर संभावना पर विचार कर रहा है. जिसको लेकर इंडिया गठबंधन की भी बैठक होने जा रही है.
टीडीपी और जेडीयू एनडीए की प्रमुख सहयोगी
भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख सहयोगियों में एन चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद(यू) है.
पार्टी ने पिछले दो लोकसभा चुनावों में हासिल किया बहुमत
भारतीय जनता पार्टी ने साल 2019 और 2014 में क्रमश: 303 और 282 सीटें जीती थी और अपने दम पर बहुमत हासिल किया था.
बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंची बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने देश में 240 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल कर ली है. हालांकि पार्टी बहुमत के 272 के आंकड़े तक नहीं पहुंच पायी है और सरकार के गठन के लिए उसे एनडीए के अपने सहयोगियों के समर्थन की जरूरत होगी.
एनडीए सहयोगियों के समर्थन से मोदी तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार
पीएम मोदी मोदी लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की ओर अग्रसर हैं, क्योंकि बीजेपी के अगुवाई वाले एनडीए को लोकसभा में बहुमत मिल गया है.
आज दिल्ली में एनडीए की बैठक
लोकसभा चुनाव में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिला है. ऐस में सरकार के गठन की तैयारियां शुरू हो गई है. इसी सिलसिले में आज दिल्ली में एनडीए की बैठक होने जा रही है.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भुवनेश्वर से दिल्ली के लिए रवाना हुए
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भुवनेश्वर से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. प्रधान ने संबलपुर लोकसभा सीट पर 1 लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की. ओडिशा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 147 सीटों में से 78 सीटें जीतकर परचम लहराया.