महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) के परिणाम को आए काफी वक्त हो चुका है, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं हो सका है. इस बीच आज शाम को देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) से मुलाकात की. फडणवीस आधिकारिक सीएम आवास वर्षा बंगले पर पहुंचे थे.
एकनाथ शिंदे से कुछ ही वक्त की मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस अपने आवास के लिए निकल गए. भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है.
भाजपा ने अभी तक नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं किया है, हालांकि मुख्यमंत्री के पद की रेस में देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे बताए जा रहे हैं. उधर, मुंबई के आजाद मैदान में 5 दिसंबर को होने वाले मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं.
वर्चुअल मीटिंग के बाद अब मिलने पहुंचे फडणवीस
एकनाथ शिंदे मंगलवार सुबह अस्पताल गए. इसके बाद से ही उनकी तबीयत को लेकर अटकलें लगने लगीं. हालांकि एक घंटे के बाद ही शिंदे चेकअप करवाकर लौट आए. इसके बाद में देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे की वर्चुअल मीटिंग हुई और दोनों नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े. इसके बाद तीनों पार्टियों के बड़े नेताओं ने आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का जायजा लेने गए. इसके बाद अब एकनाथ शिंदे से मिलने के लिए देवेंद्र फडणवीस उनके आवास पर पहुंचे हैं.
इसके साथ ही सरकार के गठन को लेकर भी फॉर्मूला सामने आ गया है. सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र में 6-1 फॉर्मूले पर पावर शेयरिंग होगा. सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली BJP को नई सरकार में सबसे ज्यादा मंत्री पद भी मिलेंगे.
गृह मंत्रालय छोड़ने को राजी नहीं फडणवीस!
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे सरकार में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस के पास गृह मंत्रालय था. वो इस मंत्रालय को छोड़ना नहीं चाहते हैं. हालांकि शिंदे गुट का तर्क है कि अगर डिप्टी CM का पद हमें मिल रहा है तो गृह मंत्रालय भी मिलना चाहिए. हालांकि BJP गृह मंत्रालय देना नहीं चाहती है. वहीं
उधर, अजित पवार की NCP ने भी नई सरकार में शिंदे गुट के बराबर हिस्सेदारी की मांग कर दी है. NCP नेता छगन भुजबल ने कहा भी है कि हमारा स्ट्राइक रेट बेहतर है. इसलिए मंत्रिपद भी उसी हिसाब से मिलने चाहिए.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 132 सीट जीती हैं. भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महायुति गठबंधन द्वारा 288 विधानसभा सीट में से 230 सीट जीतने के बावजूद, राज्य में सरकार का गठन होना बाकी है.