मोबाइल सेवाओं में इस्तेमाल होने वाले दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी के पहले दिन मंगलवार को ठंडी प्रतिक्रिया मिली और पांच दौर की नीलामी में करीब 11,000 करोड़ रुपये मूल्य की बोलियां ही लगाई गईं. सरकार 96,238 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य पर 10,500 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की नीलामी कर रही है. इस नीलामी में दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनियां बोलियां लगा रही हैं.
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने कहा, ‘‘दूरसंचार कंपनियों ने पहले दिन की स्पेक्ट्रम नीलामी में करीब 11,000 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई हैं. नीलामी का छठा दौर बुधवार को आयोजित होगा.''
इस नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शिरकत कर रही हैं. इसके जरिये दूरसंचार कंपनियां उच्च रफ्तार वाली 5जी सेवाओं की पेशकश के लिए स्पेक्ट्रम हासिल करना चाह रही हैं.
रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए सबसे अधिक 3,000 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि जमा की है. इस आधार पर कंपनी अधिकतम रेडियो तरंगों के लिए बोली लगा सकती है. भारती एयरटेल ने 1,050 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने 300 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है.
पहले दिन की नीलामी के बारे में दूरसंचार विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बोलियां मुख्य रूप से 900 और 1,800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के बैंड में लगाई गई हैं. इसके अलावा तीन सर्किल में 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए भी बोलियां लगाई गईं.
भारती एयरटेल की छह सर्किल में स्पेक्ट्रम अवधि खत्म हो रही है जबकि वोडाफोन आइडिया के दो सर्किल में स्पेक्ट्रम खत्म हो रहे हैं.
दूरसंचार विशेषज्ञ पराग कार का अनुमान है कि पहले दिन की नीलामी में 1,800 मेगाहर्ट्ज बैंड को 6,304.4 करोड़ रुपये मूल्य की बोलियां मिलीं जबकि 900 मेगाहर्ट्ज के लिए 4,465 करो़ड़ रुपये और 2,100 मेगाहर्ट्ज के लिए 360 करोड़ रुपये मूल्य की बोलियां लगाई गईं.
इस नीलामी में रखे गए पांच अन्य स्पेक्ट्रम बैंड के लिए पहले दिन कोई भी बोली नहीं लगाई गई. अभी यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि किस कंपनी ने कितनी बोली लगाई. नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही दूरसंचार कंपनियों की बोलियों के बारे में पता चल पाएगा.
इस नीलामी में 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, 2,500 मेगाहर्ट्ज, 3,300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड की पेशकश की गई है.
हालांकि, इस नीलामी में अधिक उत्साह नहीं देखने को मिल रहा है. बाजार के जानकारों ने पहले ही आशंका जताई थी कि इस बार सीमित बोली देखने को मिल सकती है. उनका कहना था कि कंपनियों की नजर स्पेक्ट्रम के नवीनीकरण और चुनिंदा रेडियो तरंगों पर केंद्रित रहेगी.
पिछली नीलामी 2022 में हुई थी जिसमें रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 5जी स्पेक्ट्रम बेचे गए थे. उस नीलामी में रिलायंस जियो ने अकेले ही करीब आधे स्पेक्ट्रम को हासिल कर लिया था.
स्पेक्ट्रम की बिक्री प्रक्रिया 2010 में ऑनलाइन शुरू होने के बाद से यह 10वीं नीलामी है. आखिरी बार अगस्त, 2022 में स्पेक्ट्रम नीलामी हुई थी, जिसमें पहली बार 5जी सेवाओं के लिए रेडियो तरंगों की पेशकश की गई थी.
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सीओएआई के महानिदेशक एस पी कोचर ने कहा कि 5जी नीलामी देश भर में 5जी सेवाओं की तीव्र पेशकश को गति देगी जिससे कवरेज और कनेक्टिविटी में सुधार आएगा.
सेल्युलर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के सदस्यों में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)