नशा मानव समाज के लिए अभिशाप, इसे दृढ़ संकल्प से पराजित करें : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में अपने गृह जिले मयूरभंज के तीन दिवसीय दौरे पर, हतबद्रा गांव में ब्रह्मकुमारी केंद्र के ‘नशा मुक्त ओडिशा’ अभियान की शुरुआत की

विज्ञापन
Read Time: 20 mins
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘नशा मुक्त ओडिशा’ अभियान की शुरुआत की.
बारिपदा (ओडिशा):

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को कहा कि नशा समाज के लिए एक अभिशाप है और इसे दृढ़ संकल्प तथा आध्यात्म के माध्यम से पराजित किया जाना चाहिए. मुर्मू ने मयूरभंज जिले के हतबद्रा गांव में ब्रह्मकुमारी केंद्र के ‘नशा मुक्त ओडिशा' अभियान की शुरुआत करते हुए यह बात कही.

राष्ट्रपति ने आज ओडिशा में अपने गृह जिले मयूरभंज का तीन दिवसीय दौरा शुरू किया. उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक, आर्थिक, शारीरिक और मानसिक अभिशाप है. उन्होंने कहा, ‘‘नशा परिवार और समाज में तनाव पैदा करता है. इसलिए इसके दुरुपयोग से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है.'' उन्होंने उम्मीद जताई कि नशे की लत वाले लोग इसे छोड़ने का सफल प्रयास करेंगे.

इससे पहले, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, केंद्रीय मंत्री बिशेश्वर टुडू, राज्य के इस्पात एवं खनन मंत्री प्रफुल्ल मलिक और स्थानीय विधायकों ने ‘बदमपहाड़ हेलीपैड' पर मुर्मू का पारम्परिक तरीके से स्वागत किया.

अपने मूल स्थान पर पहुंचने के बाद मुर्मू लगभग आधा किलोमीटर तक सड़क पर चलीं और आदिवासी पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित लोगों से मिलीं, जो सड़क के दोनों ओर खड़े थे तथा उनका अभिवादन करने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे थे.

मुर्मू जब हेलीपैड से करीब पांच किलोमीटर दूर रायरंगपुर उपमंडल के पहाड़पुर गांव में अपनी ससुराल पहुंचीं, तो वहां लोगों ने उनका अभिवादन किया.

राष्ट्रपति ने गांव में कौशल प्रशिक्षण एवं सामुदायिक केंद्र की आधारशिला भी रखी. बाद में मुर्मू ने रायरंगपुर शहर में एक नागरिक अभिनंदन में भाग लिया, जहां से उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी.

Advertisement

अधिकारियों ने बताया कि मुर्मू के स्वागत के लिए रायरंगपुर और पहाड़पुर में कई होर्डिंग और बैनर लगाए गए हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर 100 अधिकारियों के नेतृत्व में करीब 1,500 पुलिसकर्मियों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है.

देश का शीर्ष संवैधानिक पद संभालने और देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनने के बाद मुर्मू की मयूरभंज जिले के रायरंगपुर की यह पहली यात्रा है. रायरंगपुर उनका जन्मस्थान भी है.

Advertisement

उन्होंने पहाड़पुर में अपने दिवंगत पति श्याम चरण मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और क्षेत्र के एसएलएस मेमोरियल स्कूल का दौरा किया.

राष्ट्रपति बारीपदा में महाराजा श्रीराम चंद्रभंज देव विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी और अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान सिमिलीपाल बाघ अभयारण्य का भ्रमण भी करेंगी.

Advertisement

एक अधिकारी ने बताया, “किसी भी राष्ट्रपति का सिमिलीपाल राष्ट्रीय उद्यान का यह पहला दौरा होगा.” वह इस दौरान रायरंगपुर के समीप बड़ाबांध के पास तिरंगा फहराने के लिए 100 फुट ऊंचे ध्वज स्तंभ का भी उद्घाटन करेंगी.

Featured Video Of The Day
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में बागियों ने बढ़ाई टेंशन! किसने कितने बागी मनाए? | Election 2024
Topics mentioned in this article