"मुंबई में रहना आसान नहीं है. अगर वहां हार्ट अटैक हो रहे हैं तो उस बारे में भी सोचना होगा. पिछले के मुकाबले इस साल ऐसे मामले बढ़े हैं." यह बात एनडीटीवी से बात करते हुए डॉ. एसके सरीन ने कही. उन्होंने कहा कि कोविड, हार्ट को इफेक्ट करता है. हमारा ब्लड एक आर्ट्री में जाता है. आर्ट्री के अंदर एक लाइनिंग होती है जिसे एडोथीलियम कहते हैं. किसी को अगर हार्ट की बीमारी है, डायबिटीज़ है तो हार्ट के अंदर एडोथीलियम डैमेज हो जाती है. कोविड भी एडोथीलियम को डैमेज करता है. इससे आर्ट्री की लाइनिंग में क्लॉट हो जाता है. ये इसलिए होता है क्योंकि एडोथीलियम, कोविड के वजह से डेमेज हो जाती हैं." डॉ. सरीन ने कहा, "लोग सोचते हैं कि कोविड हो गया और 12 हफ्ते में ठीक हो गए लेकिन ऐसा नहीं है. जिन लोगों को कोविड हुआ उनको एक साल देखा गया. 90 प्रतिशत लोगों में कुछ पाया गया था, उसमें हार्ट से जुडी परेशानियां भी थीं. आज अगर कोविड हुआ है तो एक साल बाद भी परेशानी हो सकती है. कोविड खत्म हो सकता है पर डेमेज बरकरार रहती है. कोविड से सारे ऑर्गन इफेक्ट कर सकते हैं, ब्रेन पर भी असर हो सकता है. किडनी लीवर पर भी असर हो सकता है. कोविड आपके लिए आपको जगाने आया है. जो लोगों का वजन ज्यादा है, हार्ट डिज़ीज है, डायबटीज़ है, ड्रिंक करते हैं स्मोक करते हैं उन्हे सावधान रहने की ज़रूरत है." उन्होंने कहा कि जिनके लिवर में फैट है उनके साथ ये ज्यादा हो रहा है. जिनके लीवर में फैट है उनको कोविड से ज्यादा खतरा है. इसमें वैक्सीन भी कम काम कर रही है. हार्ट, लीवर, किडनी और ब्रेन का सभी रुटीन चेस्ट करवाएं. कोविड हुआ है तो साल में 2 या 3 बार टेस्ट कराएं. स्मोकिंग और अल्कोहल से परहेज करें. अगर संभव हो तो लिफ्ट का प्रयोग बंद कर दें, सीढ़ी से चढ़ा कीजिए. कार्डिएक टेस्ट हो जाता है और अगर सांस नहीं फूल रही है तो
लेवल बेटर करने के लिए सीढ़ी चढ़े
डॉ. सरीन ने कहा कि कोविड के लॉग टर्म इफेक्ट में 5-6 चीज़े हैं. बाल झड़ सकते हैं , एटिट्यूड बदल जाता है. टेंशन हो सकता है. फैटीग हो सकता है. ब्रेन पर लॉग लास्टिंग एफेक्ट हैं. जिनको कोविड हुआ है वो खास ध्यान दें.यह हर ऑर्गन के ऊपर असर करता है. कोविड से बचाव के उपाय के बारे में बात करते हुए कहा कि एन 95 मास्क ही ठीक है. डबल मास्क लेने की ज़रूरत है. इस साल तक निजात नहीं मिलेगी ओमिक्रॉन की नई वैक्सीन आ गई है लेकिन अभी हमें वो मिलेगी नहीं. आने वाले समय में ध्यान रखे, और सेल्फ प्रोटेक्शन पर ध्यान दें.