शुक्रवार (15 जनवरी) को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Sri Ram Janmbhoomi Tirth Kshetra) के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी महाराज और विश्व हिन्दू परिषद (Vishva Hindu Parishad) के कार्यध्यक्ष आलोक कुमार समेत वीएचपी के बड़े नेता सुबह 11 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) से मुलाक़ात करेंगे. माना जा रहा है कि इस दौरान ये नेता राष्ट्रपति से अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए चंदा मांगेंगे.
हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि राष्ट्रपति राम मंदिर के लिए चंदा देते हैं या नहीं और अगर देते हैं तो कितनी राशि देते हैं? इसके साथ ही राम मंदिर निर्माण के लिए होने वाले समर्पण निधि कार्यक्रम की राष्ट्रपति शुरुआत करेंगे. वीएचपी नेता आलोक कुमार के अनुसार वे देश के प्रथम नागरिक हैं, इसलिए उनकी शुभकामनाएँ लेने जा रहे हैं.
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राम मंदिर के लिए चंदा अभियान कल से शुरू हो रहा है जिसमें पाँच लाख से ज्यादा गाँवों में बारह करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क साधा जाएगा और उनसे चंदा मांगा जाएगा. बता दें कि इससे पहले सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद शामिल हुए थे.
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सूत्रों के अनुसार, चंदा जुटाने का अभियान 27 फरवरी ( माघ पूर्णिमा ) तक चलाया जाएगा. अभियान के तहत राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद लोगों का समर्पण और सहयोग राशि लेगी. 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन होंगे. 2000 रुपए से ज्यादा सहयोग करने वालो को रसीद दी जाएगी.