- महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर मंत्री नितेश राणे ने NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
- राणे ने हिंदुओं में फूट डालने का आरोप लगाया, कहा-हिंदुत्वादी सरकार में बर्दाश्त नहीं होगा.
- उन्होंने चेतावनी दी कि गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी
- राणे ने कहा कि किसी भी हिंदू को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.
महाराष्ट्र में भाषा को लेकर जारी विवाद अब गहराता जा रहा है. इस मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री नितेश राणे ने NDTV से खास बातचीत में कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या जावेद अख्तर और आमिर खान जैसे लोग मराठी बोलते हैं? राणे ने दावा किया कि ये सब 'हिंदुओं में फूट डालने के लिए हिंदुओं पर हमला' है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ये लोग नहीं समझते तो सरकार को अपनी 'तीसरी आंख खोलनी पड़ेगी'.
'गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं, कड़ी कार्रवाई होगी'
नितेश राणे ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा, 'मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि कड़ी कार्रवाई की जाएगी. किसी भी तरह की गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.' एफआईआर के बावजूद कड़े मामले दर्ज न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इस मामले पर बहुत करीब से नजर रखे हुए हैं. उन्होंने लोगों से धैर्य रखने की अपील करते हुए आश्वासन दिया कि कार्रवाई होगी, और बहुत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
'हिंदुत्वादी सरकार है, हिंदू को निशाना न बनाएं'
राणे ने आगे कहा, 'ये गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, किसी भी हिंदू को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए, यह एक हिंदुत्ववादी सरकार है.' उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर यह भिंडी बाजार, बहरमपाड़ा या ऐसी कोई और जगह होती, तो क्या तब भी ये लोग ऐसा ही करते?
उन्होंने मराठी भाषा के सम्मान पर जोर देते हुए कहा, 'मराठी बोली जानी चाहिए, इस पर कोई समझौता नहीं, लेकिन किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए.' राज ठाकरे के साथ संबंधों पर उन्होंने कहा, 'हमारे राज ठाकरे के साथ संबंध हैं, लेकिन राजनीति अपनी अलग जगह है.' उन्होंने दोहराया, 'मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सख्त और समय पर कार्रवाई की जाएगी.'
पुलिस का स्पष्टीकरण: गिरफ्तारी नहीं, पूछताछ हुई थी
वहीं, इस मामले में पुलिस का पक्ष भी सामने आया है. डीसीपी के अनुसार, जिस दिन एफआईआर दर्ज हुई थी, उसी दिन सभी आरोपियों को थाने लाया गया था. मंत्री नितेश राणे जिस 'गिरफ्तारी' का जिक्र कर रहे हैं, वह दरअसल उसी दिन की गई पूछताछ की कार्रवाई थी. डीसीपी ने बताया कि सभी आरोपियों के फॉर्म भरकर फिंगरप्रिंट लिए गए और नोटिस देकर उन्हें छोड़ दिया गया था.
फिलहाल, सभी आरोपी बाहर हैं और आज या कल चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जाएगी. पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह शुरुआत में एक गैर-संज्ञेय मामला था, लेकिन इसकी गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज की गई.