कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा 20 अगस्त को विपक्षी नेताओं की बुलाई गई डिजिटल बैठक में विपक्ष के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी देश के सामने खड़े प्रमुख मुद्दों पर विपक्षी दलों को साथ लेकर सरकार को घेरने की कोशिश में हैं और इसी प्रयास के तहत यह बैठक बुलाई गई है. विपक्षी दल राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए एकजुट होने के लिए प्रयासरत हैं ताकि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से कड़ी चुनौती पेश की जा सके.
हाल ही में संपन्न हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान पेगासस जासूसी मामले, किसान आंदोलन और महंगाई के मुद्दों पर सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता देखने को मिली. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी एकजुटता की पूरी कवायद के केंद्रबिंदु नजर आए. सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी के साथ डिजिटल बैठक के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार समेत कई विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि उद्धव ठाकरे इस बैठक में शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के एक निकट सहयोगी ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के बैठक में शामिल होने की संभावना है. द्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने भी इसकी पुष्टि की है कि कांग्रेस नेतृत्व ने अगले शुक्रवार को एक डिजिटल बैठक बुलाई है और मुख्यमंत्री स्टालिन के इस बैठक में हिस्सा लेने की संभावना है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने भी कहा कि पार्टी प्रमुख शरद पवार इस बैठक में शिरकत करेंगे.
महाराष्ट्र में शिवसेना नीत गठबंधन सरकार में कांग्रेस और राकांपा शामिल हैं. सोनिया गांधी ने यह बैठक विपक्षी नेताओं, न्यायाधीशों और पत्रकारों के फोन कथित तौर पर टैप करने को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद और संसद के हाल में संपन्न मानसून सत्र में हुए हंगामे को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच बुलाई है. हालांकि, अबतक बैठक का एजेंडा सामने नहीं आया है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इस दौरान विपक्षी दलों के मुद्दों पर चर्चा करने और विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने के तरीकों पर विचार विमर्श होगा.
बनर्जी ने भी पिछले महीने अपने दिल्ली दौरे के दौरान विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया था. तब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने के साथ-साथ कांग्रेस की सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी से भी मिली थीं. बनर्जी ने दिल्ली दौरे के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, द्रमुक नेता कनिमोई से मुलाकात की थी. इनके अलावा उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से भी फोन पर बात की थी.