- केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि अगले तीन महीनों में DGCA के 90 प्रतिशत रिक्त पद भरे जाएंगे
- पिछले वर्ष DGCA में 103 पदों पर भर्ती की गई जो संस्था के इतिहास में सबसे अधिक नियुक्तियां थीं
- DGCA में तकनीकी और विशेषज्ञता वाले पदों की भर्ती प्रक्रिया कठिन और विस्तृत होती है जिसमें यूपीएससी भी शामिल है
भारतीय नागरिक उड्डयन नियामक संस्था (DGCA) में खाली पड़े 90% पदों को 3 महीने के अंदर भर लिया जाएगा. राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने ये बात कही. उन्होंने सोमवार (21 जुलाई ) को कहा कि सरकार अगले तीन महीनों में DGCA के 90% रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया में है.
प्रश्नकाल में बीजेपी सांसद ने उठाया सवाल
प्रश्नकाल के दौरान सांसद अशोकराव शंकरराव चव्हाण के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में उड्डयन क्षेत्र में तेजी से वृद्धि हुई है, जिसके चलते DGCA में कई तकनीकी और विशेषज्ञ पदों का सृजन किया गया है. नायडू ने कहा, " पिछले साल हमने 103 पदों पर भर्ती की थी,जो डीजीसीए के इतिहास में सबसे अधिक नियुक्ति थीं. इस साल अक्टूबर तक हमारा 190 पदों पर भर्ती करने का लक्ष्य है. "
रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया काफी कठोर- मंत्री
फिलहाल DGCA केवल 50% स्वीकृत स्टाफ क्षमता के साथ कार्य कर रही है. इस पर चिंता जाहिर करते हुए बीजेपी सांसद अशोकराव शंकरराव चव्हाण ने पूछा कि DGCA की कार्यक्षमता कैसे सुनिश्चित की जा रही है. इस पर मंत्री नायडू ने कहा कि चर्चा में शामिल पदों को पिछले 2–3 वर्षों में DGCA में सृजन किया गया है, ये अत्यंत तकनीकी और विशेषज्ञता वाले पद हैं, इसलिए भर्ती प्रक्रिया काफी कठोर और विस्तृत होती है. इसमें हमारे अलावा यूपीएससी भी शामिल है.
चयन प्रक्रिया तेज और सटीक बनाने का प्रयास - नायडू
उन्होंने कहा, "यह एक सीमित विशेषज्ञता वाला क्षेत्र है, इसलिए चयन प्रक्रिया को सटीक और तेज बनाने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं." मंत्री ने कहा कि रिक्वायरमेंट की प्रक्रिया बहुत कठिन है और हम लगातार इसको संज्ञान में ले रहे हैं. लगातार दबाव बना रहे हैं कि जो नियुक्ति की टाइमलाइन है वह काम हो. हम उस प्रक्रिया में है कि बहुत जल्दी रिक्त पद है उसको भर दिया जाए.
आरटीआई में हुआ था रिक्त पदों का खुलासा
गौरतलब है कि पिछले महीने अहमदाबाद में हुए प्लाने हादसे के बाद एक आरटीआई के जवाब से पता चला है कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) में ग्रुप 'ए' के 1,674 तकनीकी पदों में से 503 पद वर्तमान में रिक्त हैं. यह कमी भारत के बढ़ते विमानन क्षेत्र में नियमित सुरक्षा जाँच और निगरानी करने की नियामक की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही थीं.