दिल्ली की तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में गैंगस्टर की मौत के मामले में डीजी ने जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट समेत कुल पांच जेल स्टाफ को जेल नम्बर 3 से हटा दिया है.दरअसल, गैंगस्टर अंकित जेल नंबर तीन में ही बंद था. इन जेल अधिकारियों और स्टाफ पर गैंगस्टर अंकित के परिवारवालों ने हत्या करने का आरोप लगाया है. डीजी के मुताबिक - परिवार ने इन पर आरोप लगाया है. साथ ही ये सभी लोग मौके पर मौजूद भी थे और इनके खिलाफ जांच का भी ऑर्डर है, इसलिए हटाया है.
दिल्ली की अतिसुरक्षित तिहाड़ जेल में कुख्यात गैंगस्टर अंकित गुज्जर के मर्डर से सनसनी है. जेल नम्बर तीन में यह हत्या हुई है. जानकारी के अनुसार, अपराधी नरेंद्र मीना और उसके साथियों पर मर्डर का आरोप है. अंकित को हाल ही में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था, उस पर यूपी पुलिस की तरफ से 1 लाख 25 हज़ार का इनाम था. अंकित पर 8 हत्याओ का आरोप था.जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 9:15 बजे तिहाड़ के एक कैदी अंकित गुज्जर, निवासी बागपत (यूपी) की मौत के बारे में कॉल मिली थी. पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो 29 साल के अंकित को तिहाड़ के जेल नंबर की डिस्पेंसरी के बेड पर मृत पाया. अंकित के अलावा दो अन्य कैदी गुरप्रीत और गुरजीत घायल हैं. इन्हें अस्पताल ले जाया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
कित ने तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर रोहित चौधरी से हाथ मिलाकर चौधरी गुज्जर गैंग बनाया था. इनकी मंशा साउथ दिल्ली में अपना वर्चस्व कायम करने की थी. अंकित ने अपने गांव यूपी के चांदी नगर से प्रधानी चुनाव लड़ रहे विनोद नाम के शख्स की हत्या कर दी थी और पूरे गांव में पोस्टर लगाए थे कि जो भी चुनाव लड़ेगा, उसको विनोद की तरह मारा जाएगा.