हिन्दुस्तान का दिल' कहे जाने वाले और भारत के बीचोंबीच बसे मध्य प्रदेश राज्य में कुल 29 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है देवास संसदीय सीट, यानी Dewas Parliamentary Constituency, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1760503 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी महेंद्र सिंह सोलंकी को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 862429 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में महेंद्र सिंह सोलंकी को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 48.99 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 61.62 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर INC प्रत्याशी प्रह्लाद सिंह टिपनया दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 490180 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 27.84 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 35.02 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 372249 रहा था.
इससे पहले, देवास लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1617111 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी मनोहर ऊँटवाल ने कुल 665646 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 41.16 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 58.18 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार सज्जन सिंह वर्मा, जिन्हें 405333 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 25.07 प्रतिशत था और कुल वोटों का 35.43 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 260313 रहा था.
उससे भी पहले, मध्य प्रदेश राज्य की देवास संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1297313 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार सज्जनसिंह वर्मा ने 376421 वोट पाकर जीत हासिल की थी. सज्जनसिंह वर्मा को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 29.02 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 48.08 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BJP पार्टी के उम्मीदवार थावरचंद गहलोत रहे थे, जिन्हें 360964 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 27.82 प्रतिशत था और कुल वोटों का 46.1 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 15457 रहा था.