- नवरात्र के दौरान मां शाकुंभरी देवी धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है
- मंदिर परिसर फूलों और रोशनी से सजा, ढोल-नगाड़ों की आवाज से माहौल भक्तिमय
- मां शाकुंभरी को अकाल में जीवनदान देने वाली माता के रूप में पूजा जाता है
शारदीय नवरात्र में माता रानी के दरबारों में आस्था का महासंगम देखने को मिल रहा है और सहारनपुर के सिद्धपीठ मां शाकुंभरी देवी धाम में तो श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. दूर-दराज़ से लेकर देश-विदेश तक से भक्त मां के दरबार पहुंच रहे हैं. ऐसा माना जाता है कि शाकुंबरी माता की महिमा अपरम्पार है और नवरात्र में उनके दर्शन से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है.
माता के दर्शन के लिए भारी भीड़
शारदीय नवरात्रि में मां शाकुंभरी देवी मंदिर भक्ति और श्रद्धा से सराबोर है. सुबह से ही मां के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी रहती हैं. मंदिर परिसर फूलों और रोशनी से जगमगा रहा है. ढोल-नगाड़ों और जयकारों से पूरा धाम गूंज रहा है. कहा जाता है कि अकाल और कठिन समय में माता ने अपने तप से अन्न, फल और शाक (सब्ज़ियां) देकर दुनिया को जीवन दान दिया था. इसी कारण उन्हें शाक वाली माता कहा जाता है.
माता हर लेती हैं भक्तों के कष्ट
नवरात्र के दौरान यहां रोजाना विशेष पूजा-अर्चना, दुर्गा सप्तशती पाठ और देवी भजन संध्या का आयोजन किया जा रहा है. भक्तों का विश्वास है कि मां शाकुंभरी के दरबार में आकर जो भी मनोकामना मांगी जाती है, वह जरूर पूरी होती है. तभी तो नवरात्र के दिनों में यहां आस्था का महासागर उमड़ पड़ता है. जय माता दी के गूंजते जयकारों के बीच मां शाकुंभरी देवी का दरबार भक्तों से खचाखच भरा है. श्रद्धालुओं का कहना है कि नवरात्र में मां के दर्शन मात्र से जीवन के सारे दुख दूर हो जाते हैं.