राजनीतिक संकट के कारण विकास के काम ना रुके : उद्धव ठाकरे ने अफसरों से कहा

ठाकरे ने कहा, ''राजनीति में और विशेष रूप से मानसून के मौसम में हमेशा अनिश्चितता बनी रहती है. राजनीतिक घटनाक्रम चलते रहेंगे लेकिन शासन नहीं रुकना चाहिए. प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों के दिन-प्रतिदिन के मुद्दों को तुरंत हल किया जाए.''

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मुंबई:

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि राज्य में जारी राजनीतिक संकट के कारण लोगों के कल्याण से जुड़े महत्वपूर्ण विकास कार्यों को नहीं रोका जाना चाहिए. शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे की अगुवाई में पार्टी के विधायकों के समूह द्वारा पार्टी नेतृत्व के खिलाफ मंगलवार को विद्रोह किए जाने से राज्य में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार संकट में घिर गई है. शिवसेना के अलावा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी इस गठबंधन का हिस्सा हैं.

राज्य सचिवालय में संभागीय आयुक्तों, जिलाधिकारियों, नगर आयुक्तों और सरकारी विभागों के सचिवों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा, ''लोगों के कल्याण से संबंधित महत्वपूर्ण विकास कार्यों को न रोकें. सीधे मुझसे संपर्क करें.'' मुख्यमंत्री ने नौकरशाहों से कहा कि नागरिकों की शिकायतों को बिना किसी देरी के दूर किया जाना चाहिए.

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक ठाकरे ने कहा, ''राजनीति में और विशेष रूप से मानसून के मौसम में हमेशा अनिश्चितता बनी रहती है. राजनीतिक घटनाक्रम चलते रहेंगे लेकिन शासन नहीं रुकना चाहिए. प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों के दिन-प्रतिदिन के मुद्दों को तुरंत हल किया जाए.''

मुख्यमंत्री ने राज्य में कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने के अलावा खरीफ फसलों की बुआई, यूरिया की उपलब्धता, आपदा प्रबंधन तैयारियों तथा आगामी आषाढ़ी एकादशी उत्सव के लिए पंढरपुर मंदिर में वारकरियों (भक्तों) के लिए सुविधाओं को लेकर भी जानकारी ली.
 

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