दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महान क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती के अवसर पर दिल्ली में ‘देशभक्ति पाठ्यक्रम' लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, “24 साल की उम्र में भगत सिंह हंसते हंसते फांसी पर लटक गए. उनके जीवन को पढा है मैंने, उनपर फिल्में भी बनी हैं. वो फिल्म देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं, दिल में तरंगे होती हैं, उसी को देशभक्ति कहते हैं. जब हम तिरंगे को देखते हैं, तो अंदर कुछ कुछ होता है, वाइब्रेशन होता है, उसी को देशभक्ति कहते हैं, जितनी बार जन-गण-मन गाते हैं, स्वतंत्रता सेनानियों की गाथा सुनते हैं, सबके अंदर की देशभक्ति जगती है. लेकिन परेशानी यह है कि यह देशभक्ति कभी कभी जागती है."
केजरीवाल ने कहा, "हम यह करना है कि 24 घंटे एक बच्चा देशभक्ति की भावना में जिए, हर इंसान के अंदर गांधी, पटेल, सुभाष चन्द्र बोस हैं, उसे हमें जगाना है. आज हमारे स्कूल, इंस्टिट्यूट अच्छे इंजीनियर, डॉक्टर, वकील पैदा कर रहे हैं, लेकिन अब हम देशभक्त डॉक्टर और देशभक्त इंजीनियर बनाएंगे. आज एक डॉक्टर इंजीनियर सोचते हैं कि और कैसे कमा लूं, लेकिन देशभक्त डॉक्टर यह सोचेगा कि मैं कैसे अच्छा इलाज करूं?” उन्होंने कहा कि, “आज हम अपने कॉलेजों में पैसे की मशीने तैयार कर रहे हैं. दो साल के कठिन प्रयासों के बाद हमारी टीम ने यह करिकुलम तैयार किया है. अब इसे हम इम्प्रूव करते जाएंगे. यह देश की प्रगति में मिल का पत्थर साबित होगा. दिल्ली ने यह शुरुआत की है, आने वाले समय में देशभर में इसकी शुरुआत होगी.”