सिसोदिया ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को दिल्ली के विकास मॉडल पर चर्चा की चुनौती दी

सिसोदिया ने कहा कि 4 जनवरी को सुबह 11 बजे आईआरडीटी ऑडिटोरियम में ‘केजरीवाल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल’ पर खुली बहस हो सकती है. 6 जनवरी को दिल्ली में अलग से भी चर्चा हो सकती है.

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सिसोदिया ने केजरीवाल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल’ पर खुली बहस का न्योता दिया
नई दिल्ली:

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia ) ने उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक को पत्र लिखकर 4 जनवरी को ‘केजरीवाल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल' पर खुली बहस का न्योता दिया है. साथ ही दिल्ली के विकास कार्यों पर चर्चा के लिए 6 जनवरी को दिल्ली आने का निमंत्रण दिया है. सिसोदिया ने कहा कि वह उन्हें केजरीवाल सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों, अस्पताल, बिजली, पानी, महिला सुरक्षा और ईमानदार राजनीति के क्षेत्रों में हुए अभूतपूर्व कार्य को दिखाएंगे.

सिसोदिया ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि त्रिवेंद्र रावत सरकार (Trivendra Singh Ravat) ने पिछले 4 साल में उत्तराखंड के लोगों के लिए कोई उपयोगी काम नहीं किया है.  लोग उनका परिचय ‘जीरो वर्क सीएम' कह कर देते हैं. सिसोदिया ने कहा कि 4 जनवरी को सुबह 11 बजे आईआरडीटी ऑडिटोरियम में ‘केजरीवाल बनाम त्रिवेंद्र रावत मॉडल' पर खुली बहस हो सकती है. 6 जनवरी को दिल्ली में अलग से भी चर्चा हो सकती है.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि उन्हें खुशी है कि त्रिवेंद्र रावत सरकार उत्तराखंड (Uttarakhand) के हित में किए गए शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोजगार, महिला सुरक्षा आदि कार्य पर खुली चर्चा के लिए सहमत है. सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड के सीएम को पांच काम गिनाने की चुनौती दी थी, इसके जवाब में उन्होंने 100 काम गिनाने की बात कही थी. डिप्टी सीएम ने कहा है कि उत्तराखंड की जनता के लिए यह बहुत ही शानदार अवसर होगा कि उनकी चुनी हुई सरकार विपक्ष के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी के मुद्दे पर खुली बहस करें और उसी के आधार पर चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करे. उत्तराखंड के लोग पिछले 20 सालों से इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनके नेता उनके जीवन से जुड़े असली मुद्दों पर बात करें.

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