उत्तर भारत के सबसे अहम और 'हिन्दी बेल्ट की जान' कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है देवरिया संसदीय सीट, यानी Deoria Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1754195 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी रामपति राम त्रिपाठी को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 580644 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में रामपति राम त्रिपाठी को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 33.1 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 57.17 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर BSP प्रत्याशी बिनोद कुमार जायसवाल दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 330713 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 18.85 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 32.56 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 249931 रहा था.
इससे पहले, देवरिया लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1806926 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी कलराज मिश्र ने कुल 496500 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 27.48 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 51.07 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे BSP पार्टी के उम्मीदवार नियाज अहमद, जिन्हें 231114 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 12.79 प्रतिशत था और कुल वोटों का 23.77 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 265386 रहा था.
उससे भी पहले, उत्तर प्रदेश राज्य की देवरिया संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1580745 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से BSP उम्मीदवार गोरखप्रसाद जयसवाल ने 219889 वोट पाकर जीत हासिल की थी. गोरखप्रसाद जयसवाल को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 13.91 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 30.73 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BJP पार्टी के उम्मीदवार श्रीीप्रकाशमणि त्रिपाठी रहे थे, जिन्हें 178110 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 11.27 प्रतिशत था और कुल वोटों का 24.89 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 41779 रहा था.