मुंबई: ब्रिटिश काल के कर्नाक पुल को ढहाने का काम शुरू, 27 घंटे तक मध्य रेलवे मार्ग रहेगा बाधित

रेलवे का दावा है कि कर्नाक बंदर ब्रिज को तोड़ने के लिए सैकड़ों ब्लॉक के साथ 900 घंटे लगते लेकिन इसे एक ही ब्लॉक में सिर्फ 27 घंटे में हो तोड़ा जायेगा. इस दौरान सीएसएमटी-भायखला सेक्शन और सीएसएमटी-वडाला रोड सेक्शन में कई लाइनों पर दूसरे  काम भी किए जाएंगे.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
37 लाख से अधिक यात्री होंगे प्रभावित
मुंबई:

मध्य रेलवे ब्रिटिश काल के कर्नाक पुल को ढहाने के लिए दक्षिण मुंबई में मस्जिद बंदर स्टेशन और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के बीच शनिवार रात से 27 घंटे के लिए मार्ग को बंद रखा जा रहा है. रेलवे का दावा है कि कर्नाक बंदर ब्रिज को तोड़ने के लिए सैकड़ों ब्लॉक के साथ 900 घंटे लगते लेकिन इसे एक ही ब्लॉक में सिर्फ 27 घंटे में हो तोड़ा जायेगा. इस दौरान सीएसएमटी-भायखला सेक्शन और सीएसएमटी-वडाला रोड सेक्शन में कई लाइनों पर दूसरे  काम भी किए जाएंगे.

27 घंटे का ब्लॉक सीएसएमटी और मस्जिद के बीच सभी छह लाइनों, 7वीं लाइन और यार्ड पर दिनांक 19.11.2022 को 23.00 बजे से 21.11.2022 को 02.00 बजे तक होगा. यह सुनिश्चित करने के लिए कि ब्लॉक के कारण यात्रियों को असुविधा न हो, मुंबई मंडल ने छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, भायखला, दादर, ठाणे, वडाला रोड और पनवेल स्टेशनों पर हेल्पडेस्क स्थापित किए हैं. ये हेल्पडेस्क आरपीएफ द्वारा सहायता प्राप्त टिकट जांच कर्मचारियों द्वारा चलाए जा रहे हैं.

महत्वपूर्ण स्टेशनों पर अतिरिक्त आरक्षण/रद्दीकरण काउंटर खोले जा रहे हैं और यात्रियों के लाभ के लिए अतिरिक्त एटीवीएम सुविधाकर्ताओं को सेवा में लगाया गया है. मध्य रेलवे की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि (19 नवंबर को) रात 11 बजे से 21 नवंबर अपराह्न दो बजे तक मार्ग बंद रहेगा, जिसके कारण उपनगरीय और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के आवागमन कार्यक्रम पर असर पड़ेगा.

मार्ग बंद रहने से लोकल ट्रेन से रोजाना सफर करने वाले 37 लाख से अधिक यात्रियों के साथ-साथ अन्य रेलगाड़ियों से यात्रा करने वाले लोग भी प्रभावित होंगे. मध्य रेलवे के मुंबई उपनगरीय नेटवर्क पर 1,800 से अधिक लोकल ट्रेन सेवाएं संचालित होती हैं. रेल अधिकारियों ने बताया कि यह पुल 1866-67 में बनाया गया था और 2018 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई की एक विशेषज्ञ टीम ने इसे असुरक्षित घोषित कर दिया था, लेकिन इस पर 2014 में ही भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी.

ये भी पढ़ें : क्या मुस्लिम कानून के तहत नाबालिग शादी कर सकते हैं? केरल हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया

ये भी पढ़ें : शिवाजी पर टिप्पणी कर एनसीपी के निशाने पर आए महाराष्ट्र के राज्यपाल

Featured Video Of The Day
Delhi Water Crisis: Yamuna में Amonia की मात्रा बढ़ी, कई इलाक़ों में पानी की परेशानी