दिल्ली में बर्ड फ्लू का संक्रमण रोकने के लिए उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Delhi's Deputy CM Manish Sisodia) ने कड़े एहतियाती कदम उठाने का निर्देश दिया है. उन्होंने सचिवालय में गुरुवार को पशुपालन इकाई, विकास विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. सिसोदिया ने राज्य भर में सघन निगरानी का निर्देश दिया. उन्होंने बर्ड फ्लू (Bird Flu) के संबंध में मंडी वालों के लिए 'क्या करें, क्या न करें' की गाइडलाइन तत्काल बनाकर कड़ाई से लागू कराने का निर्देश दिया. डिप्टी सीएम ने बड़े पैमाने पर सैंपल जुटाकर लगातार रिपोर्टिंग का भी निर्देश दिया. दिल्ली सरकार के मुताबिक, अब तक दिल्ली में बर्ड फ्लू का एक भी मामला सामने नहीं आया है.
दिल्ली सरकार ने 28 अक्टूबर 2020 को ही राज्य के सभी डॉक्टर और संबंधित लोगों को अलर्ट जारी करके बर्ड फ्लू (Bird Flu) की निगरानी का निर्देश जारी कर दिया था. इसके बाद चार जनवरी 2021 को भी सभी डॉक्टर्स को लगातार सैंपल जुटाने और कड़ी निगरानी का दिशानिर्देश जारी किया गया. बैठक में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अन्य राज्यों से आने वाली पोल्ट्री बर्ड पर भी कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया. उन्होंने प्रमुख बर्ड साइट खासकर पोल्ट्री बाजार, जलाशय, चिड़ियाघर इत्यादि में पक्षियों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया हैं. इनमें गाजीपुर फिश एंड पोल्ट्री बाजार, शक्तिस्थल झील, संजय झील, भलस्वा झील, दिल्ली चिड़ियाघर, डीडीए पार्कों में बने जलाशय शामिल हैं.
गौरतलब है कि देश के पांच राज्यों में बर्ड फ्लू का प्रकोप फैल चुका है. हरियाणा में भी इसने दस्तक दे दी है.राजस्थान, मध्य प्रदेश, केरल और हिमाचल प्रदेश में पिछले 10 दिनों के दौरान लाखों पक्षी मृत पाए गए हैं. केरल के प्रभावित अलपुझा, कोट्टायम जिले में 12 हजार बत्तख मरने के बाद ऐसी 36 हजार बत्तखों को मारा गया है. , हिमाचल के कांगड़ा जिले में हजारों प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं. हरियाणा के पंचकुला में 4 लाख मुर्गियों की मौत हुई है. राजस्थान के बारां, कोटा और झालावाड़ जिले में भी कौवों और अन्य पक्षियों में यह बीमारी फैली है. मध्य प्रदेश के मंदसौर, इंदौर में भी वायरस के मामले मिले हैं. कर्नाटक, तेलंगाना और तमिलनाडु में प्रभावित केरल राज्यों से पोल्ट्री उत्पादों पर रोक लगा दी है.