दिल्ली के ‘भारत दर्शन पार्क’ के अक्टूबर तक खुलने की उम्मीद, 100 रुपये हो सकता है प्रवेश शुल्क

एसडीएमसी के अधिकारियों ने बताया कि ''भारत दर्शन पार्क'' को निगम के ''वेस्ट टू वंडर पार्क'' की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है और नए पार्क में भी सभी स्मारकों को वाहनों के कबाड़ का उपयोग करके बनाया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
'भारत दर्शन पार्क' को नगर निगम के 'वेस्ट टू वंडर पार्क' की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है.
नई दिल्ली:

पश्चिमी दिल्ली में बन रहा ‘भारत दर्शन पार्क' अक्टूबर तक खुल सकता है और इसमें प्रवेश शुल्क 100 रुपये के आसपास होने की उम्मीद है. इस पार्क की खासियत यह है कि इसमें देश के 21 स्मारकों की प्रतिकृतियां होंगी. अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) पंजाबी बाग इलाके में साढ़े आठ एकड़ से अधिक भूमि पर इस पार्क को विकसित कर रहा है जिस पर 14 करोड़ रुपये लागत आने का अनुमान है. एसडीएमसी के अधिकारियों ने बताया कि ''भारत दर्शन पार्क'' को निगम के ''वेस्ट टू वंडर पार्क'' की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है और नए पार्क में भी सभी स्मारकों को वाहनों के कबाड़ का उपयोग करके बनाया गया है.

एसडीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “पैदल पथ के निर्माण और कुछ पौधारोपण कार्य को छोड़कर अधिकांश बड़े निर्माण कार्य पूरे हो चुके हैं... सब कुछ जल्द ही पूरा हो जाएगा, और हम उम्मीद कर रहे हैं कि अक्टूबर तक आगंतुकों के लिए पार्क खोल दिया जाएगा.” उन्होंने कहा कि ''वेस्ट टू वंडर पार्क'' की तरह ''भारत दर्शन पार्क'' के लिए भी दर्शकों को कुछ प्रवेश शुल्क देना होगा. उन्होंने कहा, “पार्क के लिए प्रवेश शुल्क अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन इसके लगभग 100 रुपये होने की संभावना है." एसडीएमसी के तहत आने वाले ''वेस्ट टू वंडर पार्क'' में सप्ताहांत में 100 रुपये तथा अन्य दिनों में 50 रुपये का प्रवेश शुल्क लगता है.''

भारत दर्शन पार्क'' में गेटवे ऑफ इंडिया, खजुराहो मंदिर, कोणार्क मंदिर, हवा महल, अजंता और एलोरा की गुफाएं, हम्पी और नालंदा के खंडहर, मैसूर पैलेस, चारमीनार, सांची स्तूप, गोल गुंबज, जूनागढ़ किला और चार धाम - बद्रीनाथ, रामेश्वरम, जगन्नाथ पुरी और द्वारका के मंदिरों की प्रतिकृतियां होंगी. एसडीएमसी के बागवानी निदेशक आलोक सिंह ने कहा, "पहले केवल 17 प्रतिकृतियां बनाई जानी थीं, लेकिन बाद में इसमें बदलाव किया गया और हमने चार धाम को भी सूची में शामिल करने का फैसला किया. इसलिए अब इनकी संख्या 21 हो गई है.'' पार्क पर विवाद भी हो गया था जब स्वर्ण मंदिर के प्रतिरूप के निर्माण पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने आपत्ति जताई थी. उसके बाद उसे हटा दिया गया.

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
Delhi Firecrackers Ban: कारोबार से लेकर रोजगार तक, सब पर क्यों पड़ रहा है भारी | Delhi Pollution