दिल्ली में इस साल मई के महीने में लोगों को ज्यादा भीषण गर्मी का सामना नहीं करना पड़ा. राजधानी में मई में कई बार बारिश और आंधी के कारण अधिकतम तापमान में तेज गिरावट आई.यही वजह है कि दिल्ली में मई का औसत तापमान 13 साल में सबसे कम रहा है और 2008 के बाद सबसे कम गर्मी पड़ी है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को यह जानकारी दी. आईएमडी ने कहा है कि अगले दो-तीन दिनों में बारिश के आसार के बावजूद दिल्ली में तापमान (Delhi maximum temperature in May) 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा.
मौसम विभाग ( India Meteorological Department) के मुताबिक, दिल्ली में मई 2021 में औसत तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 2008 के बाद किसी भी वर्ष में मई के महीने में सबसे कम तापमान है. यही नहीं, 2014 के बाद पहली बार सफदरजंग आर्ब्जवेटरी ने अभी तक मानसून के पहले एक बार भी राजधानी में लू (heat wave) का रिकॉर्ड दर्ज नहीं किया.
इससे पहले मई 2008 में दिल्ली का औसत अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
आईएमडी के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने ये जानकारी दी. दिल्ली में मई माह में सबसे कम तापमान 19 मई को 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य तापमान से 16 डिग्री कम था. यह 1951 के बाद मई महीने में दर्ज सबसे न्यूनतम तापमान था. श्रीवास्तव का कहना है कि पहले तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण पारा ज्यादा नहीं चढ़ा, फिर साइक्लोन ताउते और यास के प्रभाव से बारिश और आंधी ने तापमान बढ़ने नहीं दिया.
यह 2011 के बाद पहली बार है कि पालम ने मई माह में हीट वेव (heat wave) यानी लू के थपेड़े नहीं चले. IMD के अनुसार, मैदानी इलाकों में लू का प्रकोप तब माना जाता है, जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर और सामान्य से 4.5 डिग्री ऊपर रहता है. इसे सीवियर हीट वेव कहा जाता है, अगर पारा सामान्य से 6.5 डिग्री ज्यादा हो जाता है.