- राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन से कूदकर आत्महत्या करने वाले छात्र शौर्य पाटिल ने स्कूल प्रशासन पर कई आरोप लगाए.
- गुरुवार को इस घटना के खिलाफ स्कूल के सामने कई लोग विरोध-प्रदर्शन करते नजर आए.
- शौर्य के दोस्तों ने बताया कि स्कूल में टीसी देने की धमकी दी जाती थी. वह काफी दिनों से टॉर्चर झेल रहा था.
School Student Suicide Case: जयपुर की अमायरा के बाद अब दिल्ली में शौर्य पाटिल नामक एक स्कूल स्टूडेंट के सुसाइड की घटना ने सनसनी फैला दी है. अमायरा ने अपने स्कूल की बिल्डिंग से छलांग लगाकर जान दे दी थी. जबकि शौर्य पाटिल ने मेट्रो स्टेशन से नीचे छलांग लगाकर अपनी जान दे दी. अमायरा और शौर्य की खुदकुशी के बाद अब हर गार्जियन अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चितिंत है. साथ ही स्कूल प्रशासन के साथ-साथ वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों के रवैये को लेकर भी चर्चा छिड़ गई है. गुरुवार को शौर्य पाटिल के स्कूल संत कोलम्बस के गेट के सामने कई छात्र और अभिभावक विरोध-प्रदर्शन करते नजर आए. जहां शौर्य के साथ पढ़ाई करने वाले छात्रों ने जो कुछ बताया वो बेहद चौंकाने वाला है.
स्कूल के बाहर विरोध कर रहे शौर्य के दोस्तों ने क्या कुछ बताया?
शौर्य को 2 साल से जानने वाली एक अन्य छात्रा ने कहा कि बहुत सारे बच्चे यह कहा करते थे कि सेंट कोलंबस अच्छा स्कूल नहीं है. बस स्पोर्टस है. यहां की टीचर बहुत खराब तरीके से बात करते हैं. तब मुझे विश्वास नहीं होता था. लेकिन जब शौर्य ने बताया तो मैं हैरान हुई.
शौर्य लंबे समय से टॉर्चर का सामना कर रहा था...
शौर्य के साथ पढ़ाई करने वाली छात्रा ने बताया, "वह लंबे समय से टॉर्चर का सामना कर रहा था. यह पहली घटना नहीं थी. कई छात्रों ने शिकायत की थी कि सेंट कोलंबस स्कूल अच्छा नहीं है, और शिक्षक बहुत कठोरता से बात करते थे. शौर्य एक डांसर बनना चाहता था और अपना पोर्टफोलियो बनाने के लिए ड्रामा क्लब में काफी सक्रिय था. लेकिन ड्रामा शिक्षक उसे परेशान करते थे, अपमानित करते थे, कहते थे कि वह 'ओवरएक्टिंग' कर रहा है और उसे इतना अभिनय नहीं करना चाहिए."
'हम अच्छे दोस्त थे, उचित जांच की कर रहे मांग'
शौर्य के साथ पढ़ाई करने वाली एक छात्रा ने बताया- मेरी उससे बात होती रहती थी. लेकिन उसने कभी नहीं कहा कि वह स्ट्रंगल कर रहा है. हम अच्छे दोस्त थे. हम उसके लिए उचित जांच की मांग कर रहे हैं. प्रॉपर मेंटल हेल्थ काउंसर होते तो शायद ऐसा नहीं होता. इस दौरान एक छात्र ने यह भी बताया कि टॉर्चर से तंग आकर शौर्य ने स्कूल के काउंसलर से कहा था कि उसे सुसाइड के विचार आ रहे हैं.
बच्चे की मां बोलीं- कुछ टीचर डराते हैं
कोलंबस स्कूल में पढ़ाई करने वाले एक अन्य बच्चे की मां ने कहा कि मेरे बच्चे को यहां पढ़ाई करते हुए 2 साल हुआ है. घर आकर बच्चे जब दूसरे बच्चों की बात करते हैं तो पता चलता था. जब मैं अपने बच्चे से पूछती हूं तो वो डर होते है, कहते हैं कि घर पर बताया तो तुम लोग डांटोगी. स्कूल में टीचर डांटेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सभी टीचर तो ऐसे नहीं है. लेकिन कुछ टीचर बच्चों को डराते हैं.
मेट्रो स्टेशन से कूद कर दे दी जान
मालूम हो कि शौर्य पाटिल ने दिल्ली के राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन से कूदकर जान दे दी थी. उसके स्कूल बैग से जो सुसाइड नोट मिला, उसमें उसने परिवार वालों से माफी मांगी. स्कूल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. शौर्य मूलरूप से महाराष्ट्र के सांगली जिले का रहने वाला था. उसके पिता प्रदीप पाटिल ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाई है. जिसमें उन्होंने कई शिक्षकों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए.
दिल्ली सरकार ने 5 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई
दिल्ली सरकार ने 16 वर्षीय छात्र की आत्महत्या मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय समिति गठित की है. समिति 3 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी. संयुक्त निदेशक हर्षित जैन को 5 सदस्यीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा अनिल कुमार, पूनम यादव, कपिल कुमार गुप्ता और सरिता देवी जांच समिति की सदस्य हैं.
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