लोकजनशक्ति पार्टी के समस्तीपुर से लोकसभा सांसद प्रिंस राज के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में एफआईआर दर्ज हुई है. एक महिला ने उनके खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करवाई है. इसी महिला ने 3 महीने पहले दिल्ली पुलिस को शिकायत दी थी कि प्रिंस ने उनके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया है और उन्हें जान से मारने की धमकी दी है. यही नहीं महिला ने ये भी आरोप लगाया है कि प्रिंस ने सबूतों को मिटाने की कोशिश भी की है. दरअसल, महिला ने तीन महीने पहले पुलिस में शिकायत दी थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया था. कोर्ट के आदेश के बाद 9 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है.
पीड़िता ने बताया कि मैं भी पार्टी से जुड़ी थी. मेरे साथ प्रिंसराज ने 2020 में वेस्टर्न कोर्ट में रेप किया. मेरा अश्लील वीडियो बनाया. मेरे ऊपर संसद मार्ग थाने में जबरन उगाही का फर्जी केस दर्ज कराया. मैंने जब ये सब चिराग भैया को बताया तो उन्होंने मेरी मदद करने की बजाय मेरी पहचान सार्वजनिक की और प्रिंसराज की मदद की. इस केस में चिराग पासवान भी इसीलिए आरोपी नम्बर 2 हैं. हमने 3 महीने पहले कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई केस दर्ज नहीं किया. अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने प्रिंसराज और चिराग पासवान के खिलाफ केस दर्ज किया है.
17 जून को प्रिंस राज ने एक बयान को ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने महिला द्वारा लगाए गए उत्पीड़ना और दुर्व्यवहार के आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने लिखा था कि मैं पूरी तरह से इस दावे से इनकार करता हूं, जो मेरे खिलाफ किया गया है. ऐसे सभी दावे स्पष्ट रूप से झूठे, मनगढ़ंत हैं. मेरे सम्मान और प्रतिष्ठा पर खतरे में डालकर मुझ पर दबाव बनाने के लिए ये बड़ी आपराधिक साजिश का हिस्सा है. उन्होंने ये भी लिखा कि महिलाओं की सुरक्षा के बने कानूनों का यूं बार-बार दुरुपयोग और द्वेषपूर्ण प्रयासों से मैं बेहद दुखी हूं. उन्होंने आरोप लगाया कि महिला ने पहले भी इसी तरह के आरोप लगाए थे और उन्होंने फरवरी में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत पर केस भी दर्ज किया गया था.
बता दें कि इस साल की शुरुआत में ही चचेरे भाई प्रिंस राज और चिराग पासवान के रिश्ते खराब हो गए थे जब उनके चाचा ने लोकसभा में लोजपा के छह सांसदों में से पांच के साथ एक अलग गुट बना लिया. प्रिंस राज उन्हीं पांच लोगों में शामिल थे जिन्होंने बगावत की थी.