दिल्ली पुलिस ने 44 लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें दिल्ली-हरियाणा के बीच के सिंघु बॉर्डर (Singhu Border Clash) पर शुक्रवार को पुलिसकर्मी पर तलवार से हमला करने का आरोपी भी शामिल है. सिंघु बॉर्डर तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का केंद्र है. पुलिस को सिंघु बॉर्डर पर किसानों और पुरुषों के एक बड़े समूह के बीच झड़प को शांत करने के लिए शुक्रवार को आंसू गैस के गोले के साथ लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा था. युवकों का यह समूह खुद को स्थानीय निवासी बता रहा था और प्रदर्शनकारियों से रास्ता खाली करने को कह रहे थे.
उधर, शुक्रवार को हजारों किसान प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गए और बहुत जल्द ही तमाम अन्य पहुंचने वाले हैं. संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप है कि सरकार उनके शांतिपूर्ण आंदोलन को खत्म करने की कोशिश कर रही है. किसान नेताओं ने 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर सद्भावना दिवस के तौर पर एक दिन का अनशन रखने का फैसला किया है और लोगों से समर्थन मांगा है.
दिल्ली पुलिस के अधिकारी प्रदीप पालीवाल तलवार से किए गए हमले में घायल हो गए थे. कुछ अन्य व्यक्तियों को भी चोटें आई थीं. गणतंत्र दिवस हिंसा की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने नौ किसान नेताओं राकेश टिकैत, पवन कुमार, राज किशोर सिंह, तजिंदर सिंह विर्क, जितेंद्र सिंह, त्रिलोचन सिंह, गुरमुख सिंह, हरप्रीत सिंह और जगतार सिंह बाजवा को पूछताछ में शामिल होने को कहा है.