दिल्ली में प्रदूषण की समस्या को लेकर केजरीवाल सरकार के मंत्री गोपाल राय ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पटाखे जलाने के लिए बीजेपी के नेता लोगों को उकसा रहे थे, उसका परिणाम आज दिल्ली को झेलना पड़ रहा है. पिछले तीन दिनों में प्रदूषण का स्तर लगभग 215 तक पहुंचा था. लेकिन कल पटाखों को जलाने की जो घटना हुई है, उससे प्रदूषण के स्तर में फिर से बढ़ोतरी हुई है. जबकि दिल्ली में बहुत सारे लोगों ने पटाखे नहीं जलाए, कुछ जगहों पर टारगेटेड तरीक़े से बड़ी मात्रा में पटाखे जलाए गए.
दिल्ली की हवा तो अच्छी थी लेकिन...
राय ने कहा कि दीवाल पर NCR के शहरों में भी पटाखे जले. दिल्ली के लोगों के मन में तो ये बात थी कि जो हवा अच्छी हुई है, उसे ख़राब नहीं करना है. लेकिन जिस तरह से एक ज़िम्मेदार पार्टी होने के बावजूद भारतीय जनता के नेता लोगों को उकसा रहे थे, उसका परिणाम दिल्ली को झेलना पड़ रहा है. अगर पटाखे नहीं जलते तो आज दिल्ली की हवा साफ़ सुथरी होती.
बीजेपी ने कभी अपील तक नहीं की है
हरियाणा, उत्तर प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है. भाजपा नेताओं का एक बयान दिखाइए कि उन्होंने अपील की हो, पटाखे न जलाएं. अगर भाजपा भी सहयोग करती, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अगर भाजपा अपनी ज़िम्मेदारी को नहीं निभाना चाहती है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. दिल्ली के अलावा हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पुलिस का नियंत्रण भी भाजपा के पास है. रात में क्या हुआ, यह छुपा नहीं है. भाजपा चाहती थी कि पटाखे जलें और उसका परिणाम हमारे सामने है.
करेंगे समीक्षा बैठक
गोपाल राय ने कहा कि मैं दिल्ली वालों से कहना चाहता हूं कि भाजपा के नेता जिस तरह लोगों को बहकाने का काम उसमें न आएं, क्योंकि अंत तक में इसका असर हमारे ऊपर ही हो रहा है. पूरी दिल्ली और NCR में प्रदूषण की जो स्थिति है और उस पर नियंत्रण के लिए जो अलग अलग एन्फोर्समेंट का काम चल रहा है. उनकी क्या स्थिति है, उस पर आज हम समीक्षा बैठक करेंगे.
PM2.5 खतरनाक स्तर पर
दिल्ली की हवा में मौजूद सभी कणों में सबसे हानिकारक पीएम2.5, सुबह 7 बजे प्रति घंटे औसतन 200.8 दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा दर्ज आंकड़ों के मुताबिक, रविवार को इसी समय यह 83.5 था. सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार इस अवधि के दौरान रोहिणी, आईटीओ और दिल्ली हवाईअड्डा क्षेत्र सहित अधिकांश स्थानों पर पीएम2.5 और पीएम10 प्रदूषक स्तर 500 तक पहुंच गया.