दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 9 साल पुराने वित्तीय अनियमितता के एक मामले में 11 DDA अधिकारियों पर FIR दर्ज करने के आदेश दिए. इन 11 अधिकारियों में से 9 अधिकारी रिटायर हो चुके हैं. इन रिटायर्ड 9 अधिकारियों में तत्कालीन चीफ इंजीनियर, सुपरिटेंडिंग इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के अलावा फाइनेंस और एकाउंट्स डिपार्टमेंट के अधिकारी हैं. इसके अलावे दो अधिकारी उस समय के डीडीए के मेंबर फाइनेंस और मेंबर इंजीनियरिंग थे जिन पर कार्रवाई हुई है. उपराज्यपाल ने भ्रष्टाचार के आरोपी इन 11 अधिकारियों की पेंशन पर तत्काल प्रभाव के रोक लगा दी है.
मामला 2013 का है जिसमें आरोप के मुताबिक किंग्सवे कैंप में कोरोनेशन पार्क का अपग्रेडेशन और ब्यूटीफिकेशन होना था. इस प्रोजेक्ट की कीमत शुरुआत में ₹14.24 करोड़ थी जो बाद में बढ़कर ₹28.36 करोड़ हो गई और आगे चलकर इसी के तहत ₹114.83 करोड़ के काम नरेला और धीरपुर जैसी दूसरी जगहों पर बिना किसी मंजूरी के करवा दिए गए. इस सबके चलते करीब 142 करोड रुपए सरकारी खजाने से चुकाने पड़ गए.
इस गंभीर अनियमितता के बारे में सीएजी ने 2016 में अपनी रिपोर्ट में इशारा किया था. CAG ने कहा था कि प्रोजेक्ट के लिए मूल कीमत से करीब 9 गुना ज्यादा चुकाए गए.