दिल्ली: अवैध अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार एक्सचेंजों का भंडाफोड़, प्रमुख ऑपरेटर गिरफ्तार

भारत सरकार और दूरसंचार सेवा क्षेत्र को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है.

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प्रतीकात्मक तस्वीर.
नई दिल्ली:

दिल्ली के दरयागंज और झिलमिल में चल रहे दो अवैध अंतरराष्ट्रीय जीएसएम टर्मिनेशन एक्सचेंजों का भंडाफोड़ किया है और इस सिंडिकेट के संचालक बुलंदशहर के खुर्जा के रहने वाले नबाब नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. अवैध अंतरराष्ट्रीय जीएसएम टर्मिनेशन एक्सचेंज एसआईपी ट्रंक, इंटरनेट और सर्वर-आधारित तकनीक का उपयोग करके लगाए गए थे. भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के कानूनी अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय गेटवे को दरकिनार करते हुए, भंडाफोड़ किए गए एक्सचेंज भारत में विदेशी कॉलों को अवैध रूप से कर रहे थे. कॉलर लाइन आइडेंटिफिकेशन (CLI) देश के बाहर से आने वाली  कॉलों के लिए भारतीय नंबर डिस्प्ले करता था करता था. इस तरह बड़ी संख्या में कॉल अवैध कॉल हो गईं, जिससे भारत सरकार के राजस्व का भारी नुकसान हुआ और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हुआ.

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दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक पिछले दो महीनों में इनपुट प्राप्त हो रहे थे कि दिल्ली एनसीआर और देश के अन्य हिस्सों में कुछ अवैध टेलीफोन एक्सचेंज चल रहे हैं जिससे दूरसंचार क्षेत्र को भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है. ऐसे अवैध एक्सचेंजों की उपस्थिति और संचालन राष्ट्रीय दूरसंचार सुरक्षा के लिए खतरा है. ऐसे सेटअपों का पता लगाने के लिए खुफिया एजेंसियों के साथ जांच शुरू की गई  और तकनीकी और मैनुअल निगरानी की गई. इस बीच एक सूचना प्राप्त हुई कि बाहर से आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉलों की एक बड़ी मात्रा स्विच कर रही थी यानी दरियागंज के क्षेत्र में स्थित कहीं राउटर के जरिये आ रही थी. 

इसके बाद, अवैध टेलीफोन एक्सचेंज की जगह का पता लगाने के लिए टीमों को लगाया गया, दरयागंज के भीड़-भाड़ वाले इलाके में लगातार काम करने के बाद, टीम ने लीज लाइन और ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन के एक नेटवर्क का पता लगाया, जो एक मकान की तीसरी मंजिल पर चल रहा था, चेकिंग करने पर फ्लैट में ताला लगा मिला. इस बीच, यह भी पता चला कि संदिग्ध अवैध टेलीफोन एक्सचेंज को दूर से यानी वर्चुअल कमांड और कंट्रोल सेंटर के माध्यम से चलाया जा सकता है. 06 जुलाई 2021 को, DoT अधिकारियों के साथ  दरियागंज के उसकी मकान में छापेमारी की गई, परिसर की तलाशी में दो सर्वर बॉक्स (वोडाफोन सेवा प्रदाता की 2,500 लाइनों की क्षमता वाले), 03 हाई स्पीड एफटीटीएच राउटर (एयरटेल इंटरनेट कनेक्शन वाले), एक एसआईपी ट्रंक (वोडाफोन फाइबर नेटवर्क वाले) और एक लैपटॉप आपस में जुड़ा हुआ मिला जो चालू था, DoT के अधिकारियों द्वारा सेट-अप का निरीक्षण किया गया था और यह पुष्टि की गई थी कि इसका उपयोग भारत के कानूनी गेटवे को दरकिनार करते हुए भारत में अंतर्राष्ट्रीय कॉल को रूट करने के लिए किया जा रहा था,इसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने केस दर्ज किया, जांच के दौरान पता चला कि यह अवैध अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज खुर्जा का रहने वाला नबाब चला रहा था.

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14 जुलाई 2021 को सूचना मिली थी कि आरोपी नवाब दिल्ली के दरयागंज में अपने साथियों से मिलने आएगा, जाल बिछाकर आरोपी नवाब को पकड़ लिया गया,इसके साथ ही दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में अन्य अवैध एक्सचेंजों का पता लगाने की कोशिश भी चल रही थी. इससे पहले 14 जनवरी 2021 को स्पेशल सेल की टीमों ने पाया कि दामोदर पार्क, झिलमिल कॉलोनी, शाहदरा, दिल्ली के क्षेत्र में भी बड़ी मात्रा में इनकमिंग अंतर्राष्ट्रीय कॉल स्विच किए जा रहे थे.वहां भी एक मकान की पहली मंजिल पर एक अवैध अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार सेटअप चल रहा था. इसके बाद इस परिसर में डीओटी अधिकारियों के साथ एक संयुक्त छापेमारी की गई, छापेमारी में एक कॉमवे राउटर, एक रिलायंस जियो राउटर, एक जियो एसआईपी बॉक्स (रिलायंस जियो दूरसंचार सेवा प्रदाता की 2000 लाइनों की क्षमता वाला), एक सीपीयू,,एक यूपीएस,  एक मॉनिटर चालू स्थिति में पाया गया. DoT के अधिकारियों द्वारा सेट अप का निरीक्षण कर पाया गया कि ये अवैध अंतर्राष्ट्रीय एक्सचेंज है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भी केस दर्ज किया है स्पेशल सेल, लोधी कॉलोनी नई दिल्ली में दर्ज किया गया था. इस अवैध अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज को चलाने वाला आरोपी फरार है,उसकी तलाश जारी है.

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