दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को बताया कि दिल्ली सरकार आज से अगले 1 महीने के लिए कंस्ट्रक्शन वर्करों और मजदूरों के लिए रजिस्ट्रेशन कैंप लगा रही है. उनका कहना है कि सरकार के इस रजिस्ट्रेशन अभियान के चलते रजिस्टर्ड मजदूरों को बहुत सी सुविधाएं मिल सकेंगी.
सिसोदिया ने आज एक डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दिल्ली में लगभग 10 लाख कंस्ट्रक्शन वर्कर होने का अनुमान है. इसमें सभी तरह के लोग हैं. चाहे कंस्ट्रक्शन वर्कर हो या सिक्योरिटी गार्ड हो या सिर पर सामान ढोने वाले लोग, इलेक्ट्रीशियन, प्लम्बर आदि. लेकिन सरकार के रजिस्ट्रेशन नेटवर्क में 2,12,000 ही हैं. बाकी के लोग रजिस्ट्रेशन नेटवर्क से बाहर हैं इसलिए अब सरकार बड़े पैमाने पर रजिस्ट्रेशन अभियान चला रही है. उन्होंने बताया कि इसके लिए पूरी दिल्ली में 300 जगहों पर जागरूकता अभियान और कुछ जगहों पर रजिस्ट्रेशन कैंप लगाए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि 262 जगह पर ऐसी बड़ी जगहें हैं, जहां पर सुबह मजदूर इकट्ठे होते हैं. इन सभी जगहों पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा ताकि यह लोग जानें कि अगर रजिस्ट्रेशन करवा लेंगे तो उनको सरकार की तरफ से क्या फायदा मिल सकता है. 45 जगहों पर आज से अगले 1 महीने के लिए रजिस्ट्रेशन कैंप लगाए जाएंगे, कोई भी कंस्ट्रक्शन के काम में लगे मजदूर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
उन्होंने बताया कि रोज सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक रजिस्ट्रेशन कैंप लगेंगे. एक साइट पर चार से पांच कैंप लगेंगे जिससे बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन हो सके.
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क्या होंगे फायदे?
सिसोदिया ने बताया, 'यह रजिस्ट्रेशन करवाने से आपको सरकार की तरफ से बहुत से फायदे मिलते हैं जैसे महिला वर्कर को मैटरनिटी बेनिफिट मिलता है. यानी बच्चा होने पर ₹30,000 दिए जाते हैं और अगर किसी कारण मिसकैरेज हो जाता है तो ₹3000 की मदद दी जाती है इलाज करवाने के लिए.'
रजिस्टर्ड वर्कर के 60 साल के हो जाने पर उसको हर महीने ₹3000 की पेंशन हर महीने दी जाती है. अगर कोई रजिस्टर्ड कंस्ट्रक्शन वर्कर अपना घर बनाना चाहता है या खरीदना चाहता है तो उसको 3,00,000 से ₹5,00,000 तक की मदद दी जाती है अपना घर बनाने के लिए या खरीदने के लिए. अगर किसी वजह से कंस्ट्रक्शन वर्कर विकलांग हो जाता है तो उसको ₹3000 महीने की डिसेबिलिटी पेंशन दी जाती है. अगर कोई पूरी तरह से डिसएबल हो जाता है तो उसको ₹1,00,000 मदद के तौर पर भी दिए जाते हैं.
अगर किसी कंस्ट्रक्शन वर्कर की मौत हो जाती है तो अंतिम संस्कार के लिए उसके परिवार को तुरंत ₹10,000 और एक्सीडेंट की वजह से मौत होने पर ₹2,00,000 मिलते हैं और अगर नेचुरल डेथ है तो ₹1,00,000. कंस्ट्रक्शन वर्कर का बच्चा अगर स्कूल में पढ़ता है तो उसको पहली से आठवीं क्लास के लिए ₹6000 सालाना दिए जाते हैं, 9-10 क्लास - ₹8 हज़ार, 11-12 क्लास- ₹10 हज़ार सालाना दिए जाते हैं. इसी तरह जैसे-जैसे पढ़ाई बड़ी हो जाती जाती है वैसे वैसे मदद की रकम भी बड़ी हो जाती है.
कंस्ट्रक्शन वर्कर के बच्चे की शादी हो या खुद की शादी हो तो ₹51000 की महिलाओं के लिए, 35,000 की मदद पुरुष के लिए दिए जाते हैं. डीटीसी में यात्रा करने के लिए पास भी मुफ्त दिया जाता है जो 2400 रुपये का होता.
दिल्ली सरकार आज से अगले एक महीने तक यह रजिस्ट्रेशन अभियान चलाएगी.