- दिल्ली पुलिस ने अंतरराज्यीय वाहन चोरी गैंग का भंडाफोड़ कर उसके सरगना अशरफ सुल्तान को गिरफ्तार किया है
- गैंग डुप्लीकेट चाबियों की मदद से महंगी गाड़ियां चोरी कर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर दूसरे राज्यों में बेचता था.
- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में चोरी की गाड़ियों को स्टोर करने वाले रिसीवर इरशाद उर्फ बाबा को गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली से सटे इलाकों में बढ़ रही वाहन चोरी की वारदातों पर लगाम लगाने में ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. ईस्ट जिले की एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड (AATS) की टीम ने एक अंतरराज्यीय ऑटो-लिफ्टर गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो डुप्लीकेट चाबियों की मदद से महंगी गाड़ियां चोरी कर दूसरे राज्यों में बेच देता था. गैंग का सरगना अशरफ सुल्तान दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है, जबकि चोरी की गाड़ियां खरीदने वाला एक रिसीवर इरशाद उर्फ बाबा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से पकड़ा गया है.
कैसे हुआ ऑपरेशन
10 जुलाई 2025 को AATS टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी कि अशरफ सुल्तान नाम का कुख्यात ऑटो-लिफ्टर वज़ीराबाद इलाके में फिर से सक्रिय हो चुका है. उसके पास अवैध हथियार होने की भी सूचना थी. सूचना के आधार पर गाजीपुर इलाके में जाल बिछाया गया. कुछ देर की घेराबंदी और पीछा करने के बाद आरोपी अशरफ को एक सफेद Hyundai i20 के साथ धर दबोचा गया.
तलाशी में उसके पास से एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस भी मिले. जब गाड़ी के कागजात मांगे गए, तो वो कोई दस्तावेज़ नहीं दिखा पाया. बाद में जांच में पता चला कि गाड़ी राजा पार्क थाना क्षेत्र से चोरी की गई थी. पुलिस ने तुरंत आर्म्स एक्ट और चोरी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया.
पूछताछ में बड़ा नेटवर्क बेनकाब
पुलिस पूछताछ में अशरफ ने बताया कि वह एक संगठित वाहन चोर गिरोह का हिस्सा है, जो दिल्ली, मेरठ, कोलकाता, राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ में चोरी की गाड़ियां बेचता था. गाड़ियों की पहचान छुपाने के लिए उन पर फर्जी नंबर प्लेट लगा दी जाती थी और फिर उन्हें रिसीवर्स को भेज दिया जाता था. गिरोह के साथियों में इरशाद उर्फ बाबा, साकिर उर्फ गड्डू, उजैर और राशिद उर्फ काला शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है.
छत्तीसगढ़ में छापा, कार गैराज से गाड़ियां बरामद
अशरफ की निशानदेही पर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 'बाबा गैराज' पर रेड की गई, जहां से एक हुंडई क्रेटा और एक मारुति बलेनो का इंजन बरामद हुआ. जांच में पता चला कि ये गाड़ियां दिल्ली के हौज खास और विवेक विहार इलाकों से चोरी हुई थीं. इसके अलावा यूपी के मुराद नगर स्थित नूर नगर कॉलोनी से दो और लक्ज़री गाड़ियां बरामद हुईं. हुंदई क्रेटा और किया सेलटोस, जो पांडव नगर और मंडावली थानों से चोरी की गई थीं.
गैंग का चोरी करने का तरीका
- गिरोह के सदस्य डुप्लीकेट चाबियों से दिल्ली से गाड़ियां चोरी करते थे.
- गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगाई जाती थीं.
- गाड़ियां मेरठ और अन्य शहरों में भेज दी जाती थीं.
- बाबा गैराज जैसे गैरकानूनी गैराज में गाड़ियों को स्टोर या पार्ट्स में काटा जाता था.
- गाड़ियां दूर-दराज के छोटे शहरों में बेच दी जाती थीं, जहां गाड़ियों की जांच कमजोर होती है.
ऑटो लिफ्टर गैंग के मास्टरमाइंड
अशरफ सुल्तान- वज़ीराबाद, दिल्ली का रहने वाला, 34 वर्षीय आदतन वाहन चोर. अब तक उस पर 16 आपराधिक केस दर्ज हैं, जिनमें चोरी, आर्म्स एक्ट और चोरी का माल बरामद होने से जुड़े केस शामिल हैं.
इरशाद उर्फ बाबा- बिलासपुर, छत्तीसगढ़ निवासी, जो चोरी की गाड़ियों को खरीदकर उन्हें अपने गैराज में स्टोर या मोडिफाई करता था, उसके खिलाफ पहले से दो केस दर्ज हैं.