दिल्ली में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं.
हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है. यमुना खतरे के निशान से 3 मीटर ऊपर बह रही है. ऐसे में राजधानी में बाढ़ जैसे हालात हैं. यमुना का पानी दिल्ली की कई सड़कों पर आ गया है. इससे ट्रैफिक प्रभावित हुआ है. मेट्रो सर्विस पर भी असर पड़ा है. वहीं, दिल्ली सरकार ने एडवाइजरी में कहा कि बाहरी राज्य के लोग दिल्ली में प्रवेश ना करें.
- गुरुवार दोपहर 2 बजे तक यमुना का जलस्तर 208.62 मीटर पर पहुंच गया. यह खतरे के निशान 205 मीटर से 3 मीटर ज्यादा है. यमुना वजीराबाद से ओखला तक 22 किमी में है. केंद्रीय जल आयोग को आशंका है कि गुरुवार दोपहर तक जलस्तर 209 मीटर पहुंचने पर ज्यादातर इलाके जलमग्न हो जाएंगे. यहां NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं. 2,700 राहत शिविर लगाए गए हैं.
- सीएम आवास के 500 मीटर तक जलभराव हो गया है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से यमुना बाजार, मजनू का टीला, निगम बोध घाट, मॉनेस्ट्री मार्केट, वजीराबाद, गीता कॉलोनी और शाहदरा एरिया इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
- दिल्ली सरकार ने बाहरी राज्य के लोगों के प्रदेश में एंट्री पर रोक लगा दी है. इसलिए सिंघु बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. हालांकि, छोटे वाहनों की एंट्री जारी रहेगी.
- यमुना के बढ़ते जलस्तर और बाढ़ की आशंका के बीच दिल्ली सरकार ने रविवार तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए हैं. निचले इलाके में रहने वाले लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा जा रहा है.
- दिल्ली में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए NDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं. मध्य, पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली में तीन-तीन टीमें तैनात की गई हैं, जबकि दक्षिण पूर्वी दिल्ली में दो और शाहदरा इलाके में 1 टीम तैनात है.
- बजीराबाद, ओखला और चंद्रावल के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद कर दिए गए है. इससे राजधानी के कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत हो सकती है.
- अरविंद केजरीवाल सरकार ने केंद्र से हस्तक्षेप करने और पानी छोड़े जाने को रोकने का आग्रह किया था, लेकिन केंद्र ने जवाब दिया कि बैराज से अतिरिक्त पानी छोड़ना होगा. रात तक पानी का डिस्चार्ज कम होने की उम्मीद है.
- हिमाचल प्रदेश के उत्तर में बहुत भारी बारिश के कारण हरियाणा बैराज भर गया है. मॉनसून ने पहाड़ी राज्य में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है, घर ढह गए हैं और पुल बह गए हैं.
- दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए कहा गया है. प्राइवेट सेक्टर को भी वर्क फ्रॉम होम पर जाने की सलाह दी गई है.
- मुख्यमंत्री ने लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए नागरिकों से सहयोग मांगा है. उन्होंने ट्वीट किया, "जान बचाना सबसे महत्वपूर्ण है. मैं सभी दिल्लीवासियों से इस आपात स्थिति में एक-दूसरे की मदद करने की अपील करता हूं."
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