Delhi Severe Heat Wave : देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों भीषण गर्मी का सामना कर रही है. राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री अधिक हो गया है. लिहाजा भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department IMD) ने इसे सीवियर हीट वेव (लू) की संज्ञा दी है. दिल्ली में मंगलवार को भी पारा सफदरजंग आर्ब्जवेटरी में 43 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया था. जबकि कई अन्य इलाकों में पारा 44-45 डिग्री के आसपास भी पहुंच गया था. मौसम विज्ञानी पहले ही कह चुके हैं कि तापमान बढ़ने के कारण राजधानी में मानसून आने में और देरी हो सकती है.
दिल्ली-एनसीआर के लोग करीब 15 दिनों से भयानक गर्मी का कहर झेल रहे हैं. इन इलाकों में बारिश न के बराबर हुई है. जबकि मई माह में यहां मौसम काफी सुहाना रहा था. बंगाल और ओडिशा में चक्रवातों के प्रभाव और आंधी के साथ समय-समय पर हुई बारिश के कारण मई इस बार पिछले कई 13 सालों में सबसे कम तापमान वाला रहा था. मौसम विभाग के अनुमानों पर गौर करें तो फिलहाल दिल्ली को तपिश और उमस भरी गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं.
वैज्ञानिकों के मुताबिक,मैदानी इलाकों में जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ज्यादा और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर रहता है तो उसे हीट वेव माना जाता है. भीषण लू यानी सीवियर हीटवेव तब होती है, जब पारा सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री तक ऊपर चला जाता है. लेकिन दिल्ली में तो तापमान सामान्य से सात डिग्री तक ज्यादा हो गया है.
सामान्यतया दिल्ली में 20 जून तक ही भीषण गर्मी का कहर रहता है, लेकिन इस बार देर तक गर्मी पड़ने के आसार हैं. मौसम विभाग के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने यह बताया. आईएमडी के अनुसार मानसून अपने सामान्य समय से दो सप्ताह पहले पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर में पहुंच गया है, लेकिन दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मानसून का पहुंचना अभी बाकी है. मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है. मानसून की रफ्तार में अभी कोई तेजी नहीं दिखी है.