आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को घोषणा की कि उनकी पार्टी ने अगले दो सालों में छह राज्यों में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि AAP ने तय किया है अगले दो सालों में पार्टी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और गोवा में चुनाव लड़ेगी.
बता दें कि पंजाब और गोवा में आम आदमी पार्टी पहले ही एक बार विधानसभा चुनाव लड़ चुकी है. 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद से वर्तमान विधानसभा में पार्टी के 20 विधायक हैं. 2022 में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. उसके पहले पार्टी फिलहाल स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारियां कर रही हैं. पार्टी के विधायक राघव चड्ढा को पंजाब में सह-प्रभारी बनाया गया है, जहां वो प्रदेश पार्टी अध्यक्ष भगवंत मान के साथ तैयारियों में जुटे हुए हैं.
पार्टी गोवा के विधानसभा चुनावों में भी मैदान में लड़ चुकी है, जहां वो पंजाब जैसा इतिहास तो नहीं रच पाई लेकिन उसे छह फीसदी वोट हासिल हुए थे. पिछले साल पार्टी 2021 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनावों में लड़ने की घोषणा भी कर चुकी है.
बता दें कि पार्टी की वार्षिक बैठक में अरविंद केजरीवाल ने किसान रैली में हुई हिंसा पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि '26 जनवरी को जो भी कुछ हुआ वो दुर्भाग्यपूर्ण है और जो भी नेता या पार्टी इसमें शामिल थे उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. जो कुछ भी उस दिन हुआ उससे यह आंदोलन खत्म नहीं हो सकता. हम सब लोगों को मिलकर किसानों का साथ देना है शांतिपूर्वक.'
उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि 'जब भी किसानों के पास जाएं तो अपना झंडा और टोपी छोड़कर जाएं उनके पास आम नागरिक बनकर जाएं वहां कोई राजनीति नहीं करनी है.'