दिल्ली धमाका मामले में बड़े-बड़े खुलासों का सिलसिला जारी है. जांच एजेंसियों अब तक के खुलासों के जरिए ये साफ हो गया है कि कैसे दिल्ली और दिल्ली के साथ देश के कई शहरों को दहलाने की साजिश आतंकियों और आतंकियों के आकाओं की तरफ से की गई थी. साथ ही आतंकियों के ये आका कई साल से इसकी नापाक प्लानिंग कर रहे थे. आपको बताते हैं कि दिल्ली धमाका मामले में नया अपडेट क्या है.
यूरिया को आटा चक्की में पीसकर डॉ. मुजम्मिल ने बनाए केमिकल
मामले में अब तक 7 संदिग्ध गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें से 6 पर NIA की नजर है. 2 साल से ये साजिश चल रही थी. 4 आरोपियों ने 26 लाख जुटाए थे. खुलासा हुआ है कि जैश-हमास की तर्ज पर साजिश रची गई थी. ड्रोन हमले की फिराक में थे आतंकी. कई शहरों में ब्लास्ट का प्लान था, जिसके लिए आतंकी विस्फोटक जमा कर रहे थे. खुलासा ये भी हुआ कि हमले के लिए 43 जगह उमर ने रेकी की थी. उमर ISIS-जैश से प्रभावित था. मौलवी इरफान साल 2017 से युवाओं को कट्टरपंथी बना रहा था. वहीं, यूरिया को आटा चक्की में पीसकर डॉ. मुजम्मिल केमिकल बनाता था.
दिल्ली धमाके के 7 गुनहगार
1. डॉ.उमर उन नबी
- खुद को उड़ाया
- फिदायीन बॉम्बर
2. आमिर राशिद अली
- 10 दिन की NIA रिमांड
3. जसीर बिलाल वानी
- 10 दिन की NIA रिमांड
4. डॉ मुजम्मिल शकील
- 10 दिन की NIA रिमांड
5. डॉ. आदिल अहमद
- 10 दिन की NIA रिमांड
6. मुफ्ती इरफान अहमद
- 10 दिन की NIA रिमांड
7. डॉ शाहीन सईद
- 10 दिन की NIA रिमांड
8. तुफैल नियाज भट
- श्रीनगर से अरेस्ट
डॉक्टर उमर को लेकर बड़ा खुलासा
सूत्रों के मुताबिक, उमर कश्मीर में बुरहान वानी और जाकिर मूसा का उत्तराधिकारी बनना चाहता था. फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में पकड़े गए सभी आतंकी अल-कायदा की विचारधारा से प्रभावित थे, जबकि उमर ISIS और जैश की विचारधारा से प्रभावित था. गौरतलब है कि बुरहान वानी और जाकिर मूसा, आतंकियों की दुनिया में काफी फॉलो किए जाने वाले आतंकी हैं. खबर ये भी है कि फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल के सदस्यों के बीच विवाद के कारण उमर नबी, आतंकी अदील की शादी में शामिल नहीं हुआ था.
अपनी मनमानी करता था उमर
विस्फोटक और अन्य रसद के लिए एकत्रित 26 लाख रुपये उमर उन नबी को सौंप दिए गए, जिनमें से 8 लाख रुपये डॉ. अदील ने, 5 लाख डॉ. शाहीना ने, 2 लाख डॉ. उमर उन नबी ने, 6 लाख डॉ. मुज़फ़्फ़र ने और 5 लाख डॉ. मुज़म्मिल ने दिए. लेकिन जब उमर ने खर्च आदि का ब्यौरा मांगा तो सहयोगी बहुत खुश नहीं थे.














