दिल्ली के लाल किले के करीब हुआ ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां इस हमले के गुनहगारों को ढूंढ रही है. अबतक कई जगहों से लोगों को हिरासत में लिया गया है. देश में करीब 14 साल बाद हुए इस आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है. सूत्रों के हवाले से ये दावा किया गया था कि सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती के कारण आतंकवादी ज्यादा नुकसान नहीं कर पाए लेकिन इसको लेकर कांग्रेस नेता एम वीरप्पा मोइली ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आतंकी डॉ मोहम्मद उमर आराम से कार चलाता दिख रहा है और उसकी कहीं जांच तक नहीं होती है. उधर, जम्मू-कश्मीर के सीएम ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि सभी कश्मीरी आतंकवादी नहीं होते हैं.
मोइली का सरकार पर निशाना
कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि उमर जैसा आतंकवादी फरीदाबाद से दिल्ली के लाल किला तक कार चलाकर आता है. उसकी कहीं भी जांच नहीं होती है. इसकी निंदा की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो भी इस हमले में शामिल है उसको पकड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकी मॉड्यूल को और पहले पकड़ा जा सकता था. सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
सुप्रिया श्रीनेत ने पाकिस्तान को लेकर सरकार को घेरा
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार पर दिल्ली ब्लास्ट को लेकर हमला किया. उन्होंने कहा कि सरकार ने इसे आतंकवादी घटना तो माना लेकिन उन्होंने पाकिस्तान पर एक शब्द नहीं कहा. क्या भारत में कोई भी आतंकी हमला पाकिस्तान के बिना हो सकता है?
उमर अब्दुल्ला बोले- सभी कश्मीरी आतंकी नहीं
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला ने लाल किला बम ब्लास्ट घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है. निर्दोष लोगों की मौत को जस्टिफाई नहीं किया जा सकता है. उन्होंने साथ ही कहा सबको ये समझने की जरूरत है कि जम्मू-कश्मीर में रहने वाले सभी लोग आतंकवादी नहीं हैं. न ही सभी लोग आतंकवाद का समर्थन करते हैं.
पंजाब के मंत्री ने उठाए सवाल
पंजाब सरकार के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने दिल्ली ब्लास्ट मामले में सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सुरक्षा एजेंसियां विस्फोट रोकने में असफल रही है. ये केंद्र सरकार पर भी सवाल खड़े करता है.














