बर्ड फ्लू (Bird Flu) संकट के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Bird Flu in Delhi) में पिछले 15 दिनों में 1,200 से ज्यादा पक्षियों के मरने की सूचना है. दिल्ली सरकार के विकास विभाग में पशुपालन इकाई के निदेशक डॉक्टर राकेश सिंह ने बुधवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न जगहों से एकत्र किए गए पक्षियों के 201 नमूनों में से अभी तक 24 में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में 6 जनवरी से अभी तक कुल 1,216 पक्षियों के मरने की सूचना है, लेकिन सभी की मौत का कारण बर्ड फ्लू नहीं है. कड़ाके की ठंड भी उनके मरने की एक वजह है.''
प्रशासन ने लाल किले में मृत मिले कौओं में से एक के नमूने में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद परिसर को बृहस्पतिवार से 26 जनवरी तक दर्शकों के लिए बंद कर दिया. 10 जनवरी को किले के परिसर में करीब 15 कौवे मृत मिले थे. सिंह ने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले दिल्ली चिड़ियाघर में चार सारस पक्षी मृत मिले थे. सोमवार को एकत्र किए गए 12 नमूनों को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय उच्चसुरक्षा पशुरोग संस्थान में जांच के लिए भेजा गया है.'' प्रशासन को अभी तक भोपाल स्थित संस्था से जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है.
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वहीं शनिवार को दिल्ली चिड़ियाघर के एक मृत उल्लू के नमूनों की जांच में उसके भी बर्ड फ्लू से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई है. दिल्ली सरकार ने बर्ड फ्लू के मद्देनजर शहर के बाहर से आने वाले प्रसंस्कृत और पैक्ड चिकन की बिक्री पर रोक लगा दी थी और पूर्वी दिल्ली में स्थित गाजीपुर मुर्गा मंडी को बंद करने का आदेश दिया था. बहरहाल, बृहस्पतिवार को गाजीपुर से लिए गए सभी 100 नमूनों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मंडी को फिर से खोल दिया गया. वहीं 11 जनवरी को संजय झील में करीब 400 बत्तखों को मारा गया.
VIDEO: दिल्ली के चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू का पहला मामला