कांग्रेस पार्टी ने चीन के साथ सीमा विवाद (border dispute with china) से जुड़े मसले पर केंद्र सरकार पर देश को अंधेरे में रखने का आरोप लगाया है. पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala)ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एक तरफ़ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कहते रहे कि हमारी ज़मीन पर कोई नहीं आया वहीं दूसरी तरफ़ केंद्रीय मंत्री वीके सिंह एक सनसनीख़ेज़ बयान देते हैं. पीएम ने आज तक चीन शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, न चीनी को खदेड़ने की कोई नीति दिखाई. अब रक्षा मंत्री बरगला रहे हैं. पूरी बात नहीं बता रहे. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए कि सिर्फ़ पैंगोंग झील से वापसी का समझौता क्यों कर रही है? रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘56 इंची प्रधानमंत्री और उनकी सरकार, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा' व भारत की ‘भूभागीय अखंडता' से षड्यंत्रकारी खिलवाड़ कर रहे हैं. पूर्वी लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर संसद में आज दिए गए रक्षामंत्री के बयान से यह साबित हो जाता है.''
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उन्होंने कहा, ‘(प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी ने न तो ‘‘चीन'' शब्द का इस्तेमाल किया और न ही डेपसांग प्लेंस, गोगरा हॉट स्प्रिंग सेक्टर, पैंगोंग सो लेक एरिया और चुमुर, दक्षिणी लद्दाख से चीनी घुसपैठ को खदेड़ने के बारे में कोई नीति या समय सीमा निर्धारित की. यही नहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) उल्टा भ्रम फैला रहे हैं और बरगला रहे हैं.' सुरजेवाला के मुताबिक, रक्षा मंत्री को बताना चाहिए कि कब तक उपरोक्त इलाकों पर चीनी सेना का अतिक्रमण और घुसपैठ खत्म कर दी जाएगी. उन्होंने कहा, ‘मोदी सरकार और रक्षा मंत्री देश को यह नहीं बता रहे कि कब तक अप्रैल, 2020 से पहले की यथास्थिति की बहाली हो जाएगी.'कांग्रेस महासचिव ने सवाल किया, ‘‘क्या प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री, भारत की भूभागीय अखंडता की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी की संपूर्ण विफलता का कारण बताएंगे? क्या मोदी सरकार जवाब देगी कि वो केवल पैंगोंग सो लेक इलाके से ही ‘डिसइंगेज़मेंट' का समझौता क्यों कर रही है और वो भी भारत के हितों पर कुठाराघात करके तथा भारत के हितों के विरुद्ध एलएसी की रूपरेखा को बदलकर?''
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उन्होंने कहा कि दशकों से पैंगोंग झील वाले इलाके के उत्तरी किनारे पर भारत का फिंगर 4 तक कब्जा है व भारतीय सेना फिंगर 8 तक पैट्रोलिंग करती आई है. भारत ने सदैव फिंगर 8 को भारत और चीन के बीच एलएसी माना है. आज के रक्षामंत्री के बयान के मुताबिक भारतीय सेना अब फिंगर 3 तक सीमित हो जाएगी.सुरजेवाला ने सरकार से पूछा, ‘‘क्या यह सीधे-सीधे भारत के हितों पर कुठाराघात कर एलएसी को पुन: रेखांकित करने का कार्य नहीं? क्या मोदी सरकार फिंगर 3 से फिंगर 8 के बीच हमारे भूभागीय क्षेत्र में एक नया ‘बफर ज़ोन' नहीं बना रही? क्या यह भारत की भूभागीय अखंडता से धोखा नहीं है?''