जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि पार्टी ने कई महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों का सामना कर रहे प्रज्वल रेवन्ना को निलंबित करने का फैसला किया है. मुद्दे पर कांग्रेस और अन्य दलों ने भाजपा और उसकी गठबंधन सहयोगी जद (एस) पर तीखा हमला किया. पुलिस ने प्रज्वल रेवन्ना के घर में काम करने वाली एक महिला की शिकायत के आधार पर रविवार को प्रज्वल और उनके पिता-जद (एस) विधायक तथा पूर्व मंत्री एच डी रेवन्ना पर यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज किया.
कुमारस्वामी के भतीजे प्रज्वल रेवन्ना हासन से सांसद हैं और इसी सीट से लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं. कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘निर्णय पहले ही लिया चुका है. कल हुबली में कोर कमेटी की बैठक में इसकी अनुशंसा की जाएगी. क्योंकि वह (प्रज्वल) संसद सदस्य हैं, इसलिए इसे दिल्ली से किया जाना है. मैंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा से इसका अनुरोध किया है. न तो उन्हें (देवेगौड़ा को) और न ही मुझे इस पूरे प्रकरण की जानकारी थी.''
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कथित ‘सेक्स स्कैंडल' को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सोमवार को निशाना साधा और कहा कि इस मामले में आरोपी सांसद प्रज्वल रेवन्ना महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करके देश छोड़ने में कैसे कामयाब हो पाए?
राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के कार्यालय ने पुलिस के हवाले से एक बयान में कहा है कि प्रज्वल (मतदान खत्म होने के बाद) देश छोड़कर चले गए.
कलबुर्गी जिले के सेडम शहर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वह महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने वालों को बचा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वह व्यक्ति (प्रज्वल रेवन्ना) जिसने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा किया और जिसके लिए मोदी ने वोट मांगे, उसने हजारों महिलाओं पर अत्याचार किया. मैं प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से पूछना चाहती हूं कि वे इस बारे में क्या कहना चाहते हैं?''
कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ समय पहले जब वह तीन दिन के लिए अपनी बेटी (विदेश) से मिलने गईं तो मोदी और शाह कहने लगे कि वह (प्रियंका) विदेश चली गईं. उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें यह तो पता चल जाता है कि मैं या विपक्षी नेता कहां गए हैं लेकिन इस तरह का अपराधी, इस तरह का राक्षस देश छोड़कर चला गया और उन्हें ये पता नहीं चला?''
प्रियंका ने कहा, ‘‘हम उन पर कैसे भरोसा कर सकते हैं? सारी जानकारी उनके पास जाती है. वे सभी नेताओं पर नजर रखते हैं कि वे कहां जा रहे हैं लेकिन कोई ऐसा व्यक्ति जो इतना बड़ा अपराध करके उनकी नाक के नीचे से देश छोड़कर भाग जाए और उन्हें जानकारी ही न हो?''
कर्नाटक सरकार ने सांसद द्वारा सैकड़ों महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की है. कथित तौर पर सैकड़ों महिलाओं के यौन उत्पीड़न में प्रज्वल रेवन्ना की संलिप्तता वाली कुछ वीडियो क्लिप हाल के दिनों में हासन में सामने आई हैं.
जद (एस) के विधायक और पूर्व मंत्री एच. डी. रेवन्ना ने कहा कि वह उनकी और उनके बेटे एवं हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना की कथित संलिप्तता वाले यौन उत्पीड़न के मामले की जांच के लिए तैयार हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) के संरक्षक एच. डी. देवेगौड़ा के बड़े बेटे रेवन्ना ने आरोप लगाया कि इस पूरे मुद्दे के पीछे ‘राजनीति' है. उन्होंने कहा कि उनका बेटा प्रज्वल रेवन्ना ‘‘जब भी उससे कहा जाएगा वह जांच में शामिल होगा.''
एच. डी. रेवन्ना ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम यहीं हैं, हम कानून का सामना करेंगे...कोई चार-पांच साल पहले की चीज मिली है और मामला दर्ज हुआ है...मैं इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दूंगा क्योंकि जांच एसआईटी को दी गई है और उनकी जांच बाधित नहीं की जानी चाहिए.''
मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने की बात बताए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह राजनीति है, मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. वे (कांग्रेस) सरकार में हैं और वे जो चाहेंगे वही करेंगे.''
इस बीच, कोलार जिले के मुलबागल से जद (एस) विधायक समृद्धि वी मंजूनाथ ने कहा कि पिता-पुत्र के खिलाफ आरोपों ने पार्टी कार्यकर्ताओं को इतना शर्मिंदा कर दिया है कि वे अपनी पार्टी का नाम भी नहीं लेना चाहते हैं. उन्होंने इसके साथ ही एच. डी. रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की.
जद (एस) के एक अन्य विधायक शरणगौड़ा कांडकुर ने भी प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अश्लील वीडियो से पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है.
आम आदमी पार्टी ने प्रज्वल रेवन्ना की संलिप्तता वाले कथित ‘सेक्स स्कैंडल' को ‘‘निठारी कांड से भी बदतर'' करार दिया और घटना के सामने आने के बाद जद (एस) के साथ गठबंधन बरकरार रखने को लेकर भाजपा पर सवाल खड़े किए.