कोरोना के मामले देशभर में बढ़ते जा रहे हैं. कोविड को लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने NDTV Solutions Summit में कहा कि अप्रैल की मृत्यु दर डरावनी है और संक्रमण दर की दूसरी लहर में बेहद तेज है. भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमारे देश में रेमडेसिविर की कमी है, वैक्सीन की कमी है. इसके बावजूद विदेश भेजी जा रही हैं. वैक्सीन निर्माण के लिए सिर्फ दो ही कंपनियां काफी नहीं, अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने का अधिकार मिले. विदेशी वैक्सीन को जल्द से जल्द इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करवाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बहुत अधिक खतरनाक है. संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. बुजुर्गों के अलावा अब युवाओं को भी ये लहर प्रभावित कर रही है. ये भी एक बड़ी चिंता है. हमें दूसरे देशों से भी सीख लेनी चाहिए.
यूपी और एमपी में कोरोना से मौत के आंकड़े छुपाने के सवाल पर बघेल ने एनडीटीवी से कहा कि कई राज्यों में टेस्ट ही नहीं हो रहे हैं जबकि हमारा फोकस टेस्टिंग पर पूरा है. हम रोजाना 53 हजार टेस्ट कर रहे हैं. टेस्ट से ही तो संक्रमितों का पता चलता है. टेस्ट से मौतों के आंकड़े नहीं छुपा पाएंगे. बाद में पता चलता है कि मरने वाला कोरोना पोजिटिव है. टेस्टिंग और वैक्सीनेशन बढ़ाना बहुत जरूरी है.
लगातार हो रही चुनावी रैलियों और कुंभ के संदर्भ में भूपेश बघेल ने कहा कि ये देश बुद्ध और गांधी का है. नेताओं को रोल मॉडल बनकर सामने आना होगा. मैं अपने आपको भी शामिल करता हूं कि एक भी नेता ने नहीं कहा कि मैं कोरोना के कारण मैं प्रचार नहीं करूंगा. खुद प्रधानमंत्री कुंभ के लिए कहते हैं प्रतीकात्मक कर लीजिए और खुद बड़ी बड़ी रैलियां कर रहे हैं. राहुल गांधी का स्वागत होना चाहिए कि उन्होंने अपनी रैलियों को कोरोना के चलते स्थगित किया. कोरोना अब तो फैलना शुरू हुआ है तो ये कहां जाकर रुकेगा कह नहीं सकते. तीसरी लहर से पहले सभी को वैक्सीन लग जानी चाहिए.
सीएम भूपेश से बातचीत के मुख्य अंश-
- देश में वैक्सीन का उत्पादन बढ़े और कंपनियों को भी अधिकार दिया जाए
- दूसरी लहर में युवा और बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं.
- सरकार देश में कमी के बावजूद रेमडेसिविर और वैक्सीन विदेश भेजती रही.
- ये मानवता की रक्षा करने का समय है.
- केंद्र सरकार को हम सुझाव देंगे कि वैक्सीन देने की उम्र सीमा घटाई जाए.
- ऑक्सीजन सिलेंडर में लग रही जीएसटी कम की जाए.
- रेमडेसिविर के रेट में कमी आई है, लेकिन कोरोना की दूसरी दवाइयों में जीएसटी लग रहा है.
- ऑक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन भी बढ़ाना होगा.
- टेस्टिंग और वैक्सीन दोनों को बढ़ाना जरूरी है.
- वैक्सीन लेने वालों को संक्रमण की दर कम है.
- सरकार दूसरी या तीसरी लहर को लेकर भी पूरी तरह तैयार रहे.