दरभंगा रेलवे स्टेशन पर विस्फोट के मामले में उत्तर प्रदेश के शामली जिले से गिरफ्तार आरोपी को आज बिहार की राजधानी पटना लाया गया. समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी. आरोपियों को पटना में विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा. वहीं, एनआईए ने इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा किया. इस मामले में शुक्रवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें लश्कर का आतंकी बताया गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने शुक्रवार को कहा कि दरभंगा रेलवे स्टेशन पर विस्फोट के मामले में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के दो और आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है. जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना निवासी मोहम्मद सलीम अहमद और कफील को उप्र की सक्षम अदालत से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद पटना में विशेष एनआईए अदालत में पेश किया जाएगा.
मामला असल में पिछले महीने बिहार के दरभंगा में तब दर्ज किया गया था जब दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म-1 पर एक पार्सल में विस्फोट हुआ. यह पार्सल सिकंदराबाद-दरभंगा एक्सप्रेस से दरभंगा पहुंचा था. एनआईए ने मामला फिर से दर्ज किया और 30 जून को मोहम्मद नासिर खान तथा इमरान मलिक नाम के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया.
एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि सलीम और कफील मामले में प्रमुख षड्यंत्रकर्ता हैं. उन्होंने फरवरी में सलीम के घर बैठक की और चलती ट्रेन में आईईडी विस्फोट करने की योजना बनाई जिससे कि जान-माल का अधिक से अधिक नुकसान हो सके.
अधिकारी ने बताया कि सलीम पाकिस्तान आधारित लश्कर ए तैयबा के आतंकी इकबाल काना का करीब सहयोगी था और वह काना तथा गिरफ्तार सभी आरोपियों के बीच प्रमुख मध्यस्थ के रूप में काम कर रहा था. वह काना द्वारा भेजे गए धन को संबंधित लोगों तक पहुंचाने में भी शामिल था, जिसका इस्तेमाल आतंकी कृत्य को अंजाम देने में किया गया.
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