क्या कोई नेता या सांसद सिर्फ इसलिए खुदकुशी कर सकता है कि उसके क्षेत्र का विकास कार्य नहीं हो रहा है या होने नहीं दिया जा रहा? यह सवाल दादरा नगर हवेली के सांसद मोहन डेलकर (Lok Sabha MP Mohan Delkar) ने खुदुकुशी किए जाने के बाद उठा है. महानगर मुंबई के मरीन ड्राइव एरिया के एक होटल में डेलकर शव मिला था. डेलकर की मौत अभी भी रहस्य बनी हुई है हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Post mortem report) में खुदकुशी (suicide) की बात की पुष्टि हुई है. हाईकोर्ट के काम के सिलसिले में डेलकर मुंबई आए थे. महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये निवेदन देकर डेलकर की खुदकुशी की जांच की मांग की है. उन्होंने इस मामले के पीछे की सच्चाई सामने लाने का आग्रह किया है.
कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि दादरा नगर हवेली के सांसद ने मुम्बई आकर खुदकुशी की, कहीं इसकी वजह कहीं ये तो नही कि वहां उन्हें न्याय नहीं मिलता? पार्टी ने मांग की है कि डेलकर की मौत के लिये जिम्मेदार कौन है इसकी जांच की जाए. कांग्रेस ने सवाल किया है कि जो शख्स कई सांसद रहा हो, सत्ता और विकास कार्य से वाकिफ हो क्या वह केवल विकास कार्यों के न होने के कारण आत्महत्या की राह पकड़ सकता है. कहीं उन्होंने दबाव के चलते तो खुदकुशी नही कि क्योंकि 15 पन्नों के सुसाइड लेटर में उनके विकास कार्य रोके जाने औऱ एडमिनिस्ट्रेटर का दबाव होने की बातें लिखी गई हैं. गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मामले में पूरी जांच का आश्वासन दिया है. कहीं इस मामले में सियासी साजिश का एंगल तो नहीं है, इसलिए जांच की मांग उठ रही है. डेलकर के परिजनों के बयान पर भी लोगों की निगाह टिकी हुई है.