रूस द्वारा निर्मित कोविड-19 रोधी टीके स्पूतनिक वी की 30 लाख खुराक की एक खेप मंगलवार को यहां हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची. जीएमआर हैदराबाद एयर कार्गो (जीएचएसी) की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, रूस से विशेष चार्टर विमान आरयू-9450 के जरिए मंगलवार को तड़के तीन बजकर 43 मिनट पर स्पूतनिक वी टीके की 30 लाख खुराक यहां पहुंची.
बच्चों को कोरोना के कहर से बचाने को दोगुनी तैयारी, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने दिया भरोसा
जीएचएसी की ओर से हालांकि इससे पहले भी टीके की बड़ी खेपों के आयात का प्रबंधन किया जा चुका है, लेकिन 56.6 टन वजनी, टीके की यह खेप भारत में आयात होने वाली अब तक की सबसे बड़ी खेप है. टीके की खेप को विमान से उतारने की पूरी प्रक्रिया 90 मिनट से कम समय तक चली.
जुलाई मध्य तक उपलब्ध होंगी रोजाना एक करोड़ कोरोना वैक्सीन: ICMR प्रमुख
स्पूतनिक वी टीके के भंडारण के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है. इसे शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस कम तापमान पर रखा जाता है. गौरतलब है कि डॉ रेड्डी प्रयोगशाला का रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ भारत में स्पूतनिक वी टीके की 12.5 करोड़ खुराक बेचने को लेकर करार हुआ है. भारत के औषधि महानियंत्रक की ओर से डॉ रेड्डी प्रयोगशाला को स्पूतनिक वी टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की पहले ही मंजूरी मिल चुकी है.
वैक्सीनेट इंडिया: वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से घबराने की जरूरत नहीं- महामारी विशेषज्ञ