केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए टीका लेने वाले कुल लोगों में से 0.18 प्रतिशत में ही प्रतिकूल असर देखने को मिला, जबकि 0.002 प्रतिशत लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जो कि बहुत निम्न स्तर है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि टीकाकरण के बाद दुष्प्रभाव और गंभीर समस्या अब तक नहीं देखने को मिली है. प्रतिकूल असर के नगण्य मामले आए हैं. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि दोनों टीके सुरक्षित हैं. पॉल ने कहा कि ‘‘यह निराशाजनक है कि कुछ डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी टीका लेने से इनकार कर रहे हैं'' और उन्होंने लोगों से टीके की खुराक लेने का अनुरोध किया.
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 231 नए मामले, 10 मरीजों की मौत
मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार शाम 6:00 बजे तक कुल 6,31,417 टीके लगाए जा चुके हैं और अब तक टीकाकरण के कुल 11,660 सत्र आयोजित हुए. मंगलवार को 1,77,368 टीके लगे. अब तक कुल 9 मामलों में टीका लगवाने वालों को हॉस्पिटल में एडमिट होना पड़ा जिनमें से 2 नए मामले मंगलवार को रिपोर्ट हुए. इन 9 मामलों में से चार मामले दिल्ली में सामने आए जिसमें तीन को डिस्चार्ज कर दिया गया है और एक मामले में व्यक्ति राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अंडर ऑब्जर्वेशन है.
उत्तराखंड में जो हॉस्पिटलाइजेशन का मामला सामने आया था उसमें व्यक्ति डिस्चार्ज हो गया है. कर्नाटक में एक शख्स डिस्चार्ज हो गया है जबकि दूसरा फिर है और अंडर ऑब्जर्वेशन है. छत्तीसगढ़ में भी हॉस्पिटलाइजेशन का मामला सामने आया लेकिन अब व्यक्ति डिस्चार्ज हो गया है. राजस्थान में भी एक हॉस्पिटलाइजेशन का मामला सामने आया जिसमें बांगर के जिला अस्पताल में व्यक्ति अंडर ऑब्जर्वेशन है.