महाराष्ट्र में कोरोना वाकई कहर बरपा रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण मौतों का आंकड़ा से बढ़ रहा है. विदर्भ में लगातार 4 दिनों से 200 मौतें हो रही हैं. कोरोना केसों और मौतों के यह आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं. कई जगह तो हालात यह है कि एम्बुलेंस के अंदर मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर है और अस्पताल में बेड खाली नहीं है. ऐसे में परिजन, बेड का इंतजार करते हुए व्याकुल हो रहे हैं. नागपुर मेडिकल कॉलेज में कोरोना के कारण मारे गए मरीज के परिजन तो शव को गांव ले जाने की जिद कर हैं. उन्हें यह पता नहीं कि संक्रमण का भारी खतरा है और कोविड नियमों के चलते ऐसा संभव नहीं है.
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11 ज़िलों वाले महाराष्ट्र के विदर्भ में लगातार चौथे दिन 200 मौतें हुईं हैं. कोविड मरीज़ देख रहे डॉक्टर डॉ रोशन भीवापुरकर कहते हैं, 'बेड,दवा और ऑक्सीजन, सबकी क़िल्लत है. मंगलवार को महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे ज़्यादा 519 मौतें दर्ज हुईं, इसमें विदर्भ का आंकड़ा 200 का था, वहीं 8 ज़िलों वाले मराठवाड़ा रीजन में 157 मौतें रिपोर्ट हुईं है. महानगर मुंबई और आसपास के ज़िलों को मिलाकर इस सर्कल में 115 मौतें एक दिन में रिपोर्ट हुई हैं. ओस्मानाबाद, परभनी, हिंगोली, नागपुर, गढ़चिरोली में सबसे ज़्यादा 30% के ऊपर पॉजिटिविटी रेट है. विशेषज्ञ मौतों के आंकड़े में हुए इजाफे को डबल म्यूटेंट से जोड़ रहे हैं. ग्लोबल हॉस्पिटल के डॉ. हरीश शेफेल कहते हैं, 'पहले मामले बढ़ रहे थे लेकिन कम मौतें राहत बनी हुईं थीं लेकिन अब राज्य में बढ़ रही मौतें मूल सुविधाओं की कमी के बीच बड़ी चिंता का कारण हैं.'
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